देहरादून, उत्तराखंड में अटल उत्कृष्ट स्कूलों के खराब प्रदर्शन ने शिक्षा विभाग की पोल खोलकर रख दी है. परीक्षा परिणाम के तहत हाईस्कूल के 8 हजार 499 छात्रों में से केवल 5 हजार 141 बच्चे ही पास हुए, जबकि इंटरमीडिएट के कुल 12 हजार 534 छात्रों में से 6 हजार 454 छात्र ही पास हो पाए. प्रदेश में सबसे बुरा प्रदर्शन हरिद्वार जिले का रहा…..बता दें कि सरकार ने बेहतर शिक्षा के उद्देश्य से राज्य में पुराने स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय का नाम देकर सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध किया गया था. राज्य में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की संख्या 189 है। जिसमें से 186 को सीबीएसई की मान्यता मिल चुकी है…सरकार ने इन स्कूलों के शिक्षकों से इस संबंध में जवाब तलब किया है। वहीं विपक्ष का आरोप ये है कि सरकार जानबूझकर राज्य के नौनीहालों का भविष्य खराब करने का काम कर रही है
देवभूमि उत्तराखंड में अटल उत्कृष्ट स्कूलों के खराब प्रदर्शन ने शिक्षा विभाग की पोल खोलकर रख दी है. राज्य के अटल उत्कृष्ठ स्कूलों के आधे बच्चे परीक्षा में फेल हो गए हैं। परीक्षा परिणाम के तहत हाईस्कूल के 8 हजार 499 छात्रों में से केवल 5 हजार 141 बच्चे ही पास हुए, जबकि इंटरमीडिएट के कुल 12 हजार 534 छात्रों में से 6 हजार 454 छात्र ही पास हो पाए. प्रदेश में सबसे बुरा प्रदर्शन हरिद्वार जिले का रहा…..बता दें कि सरकार ने बेहतर शिक्षा के उद्देश्य से राज्य में पुराने स्कूलों को अटल उत्कृष्ट विद्यालय का नाम देकर सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध किया गया था…वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने इस पर अपनी सफाई देते हुए कहा कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि अटल उत्कृष्ट स्कूलों में शत प्रतिशत शिक्षकों की तैनाती की जाए, जिससे आने वाले सालों में बेहतर परीक्षा परिणाम मिले….साथ ही मंत्री ने खराब प्रदर्शन के पीछे अग्रेजी को भी एक बड़ी वजह बताया है
राज्य में अटल उत्कृष्ट विद्यालयों की संख्या 189 है। जिसमें से 186 को सीबीएसई की मान्यता मिल चुकी है…सरकार ने इन स्कूलों के शिक्षकों से इस संबंध में जवाब तलब किया है। वहीं विपक्ष का आरोप ये है कि सरकार जानबूझकर राज्य के नौनीहालों का भविष्य खराब करने का काम कर रही है….सरकार ने सुर्खियां बटोरने के लिए अटल उत्कृष्ट विद्यालय बना दिए जिसमें कोई सुविधा नहीं दी गई है
कुल मिलाकर अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के आधे से ज्यादा बच्चों का फेल होना बेहद गंभीर है….एक तरफ जहां प्राईवेट स्कूलों के परीक्षा परिणाम 98 और 99 प्रतिशत को छू रहे हैं तो दूसरी ओर राज्य के अटल विद्यालय इतना बुरा प्रदर्शन कर शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोल रहे हैं।