देहरादून, जहां एक और प्रदेश में सौर उर्जा का संकट गहरा रहा है। इसको लेकर सरकार चिंतित है इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में उर्जा के संकट को दूर करने को लेकर और हरित उर्जा को प्रोत्साहित करने को लेकर बड़ा कदम उठाया है। इस संबन्ध मेें मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उधम नीति के अंतर्गत सम्मिलित करने को लेकर मंत्रिमंडल की सहमति मिल गयी है। इसके अन्तर्गत अब इस योजना के लाभार्थियों को अनुदान अब 15 से 25 प्रतिशत के बजाय 40 प्रतिशत तक की अनुदान में बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। साथ ही एमएसएमई नीती 2015 के अंन्तर्गत इसको लेने के कारण अब योजना में बीस, पच्चीस किलोवाट के संयत्र की जगह पर 50 किलोवाट 100 किलोवाट और 200 किलोवाट के सौर उर्जा के संयत्र स्थापित किये जा सकेंगे। इस योजना के प्रति युवाओं के लिए और अधिक आकर्षित बनाने को लेकर युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर खोले जायंेगे। जिससे राज्य में सबसे बड़ी समस्या पलायन को लेकर इसमें रोकथाम लगायी जाये। साथ ही राज्य के युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में सक्षम बनाया जाए। जिससे न केवल वे इस स्वरोजगार से अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं। बल्कि राज्य के अन्य युवाओं को भी इससे रोजगार मिल सकेेगा। जिससे न सिर्फ उनकी स्थिति में सुधार आयेगा बल्कि प्रदेश में चल रहे ऊर्जा संकट से भी बाहर निकला जा सकेगा।