देहरादून, ग्रीष्मकाल में होने वाले बिजली संकट से अब निपटने के लिए खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अब कमान संभाल ली है। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस संबंध में शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात करने जा रहे हैं। इस मुलाकात में धामी जी उत्तराखंड को अप्रैल, मई और जून में भी 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली देने की मांग करने वाले हैं। उत्तराखंड को केंद्र ने 31 मार्च तक बिजली का 300 मेगावाट का अतिरिक्त कोटा दिया था जोकि 28 फरवरी को ही खत्म हो गया था। धामी जी की पहल के बाद यह कोटा बढ़ा दिया गया था और अब इस कोटे को 31 मार्च के बाद भी जारी रखने पर जोर दिया जा रहा है।
सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम का कहना है कि इस बार बारिश कम होने से गर्मी में बिजली की ज्यादा मांग के आसार नजर आए हैं। फिलहाल 31 मार्च तक के लिए तो केंद्र ने अपने विशेष कोटे से 72 लाख यूनिट बिजली दे दी है लेकिन एक अप्रैल से फिर कमी शुरू हो जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि गर्मियों के सीजन में बिजली की मांग पिछले वर्षों में पांच करोड़ यूनिट प्रतिदिन तक पहुंच गई है। राज्य में दो गैस आधारित बिजली प्लांट जोकि गैस पावर बिजली प्लांट और थर्मल पावर बिजली प्लांट है जो कि काशीपुर में हैं। इन दोनों से राज्य को 321 मेगावाट बिजली मिलती है। गैस महंगी होने की वजह से ये बंद पड़े हुए थे। 28 फरवरी को केंद्र की बैठक के बाद तय हुआ है कि इन प्लांट को चलाया जा सकता है। बाजार में भी बिजली की काफी भारी किल्लत चल रही है। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने बताया कि प्रदेश में बिजली संकट को देखते हुए वह लघु अवधि (शॉर्ट टर्म) के साथ ही मध्यम अवधि (मीडियम टर्म) की निविदा से बिजली की खरीद कर रहे हैं और यह भी बताया कि इसके अलावा आवश्यकता पड़ने पर एनर्जी एक्सचेंज से भी बिजली खरीदी जाती है। मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि चार धाम यात्रा और पर्यटन सीजन की दौरान उत्तराखंड केंद्र से 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली कोटे के लाभ को जारी रखने के लिए लगातार मांग कर रहा है।