पहले राजधानी तो अब तिरंगे को लेकर सियासत 

प्रदेश में 15 अगस्त को लेकर कुछ समय पहले से ही अभियान और तरह तरह की योजनाएं शुरू हो गई थी जिसमे हर घर तिरंगा भी एक है 
इस अभियान को लोगों के अंदर देश के प्रति भक्ति को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया लेकिन इस योजना को लेकर  विपक्ष दल 
प्रदेश सरकार पर गरीबी का कारण देकर निशाना साध रही है  इस हर घर तिरंगा योजना को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में बहुत से लोग गरीबी रेखा के नीचे है जो मुश्किल से अपना गुजर कर प रहे है इस तरह के लोगों के पास कहां से झंडा और डंडा खरीदने के लिए पैसा आएगा 
पूर्व सीएम ने गरीबी के अंकड़ें बताते हुए कहा कि देश में 42 करोड़ लोग गरीबी की रेखा के नीचे हैं 50 करोड़ से अधिक ऐसे हैं, जिनके लिए हर दिन की रोटी जुटाने का सवाल है इस संख्या में 37 करोड़ लोग तो भाजपा के शासनकाल में पिछले साढ़े सात वर्षों में गरीबी की रेखा से नीचे गए हैं 
 पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के घरों में झंडा फहराने के बयान पर अपने सवाल से निशान  साधते हुए कहा कि किसी की देश भक्ति का पैमाना नापने वाली भाजपा कौन होती है यदि  तिरंगा झंडा घर पर फहराना ही राष्ट्रभक्ति कहलाती है तो फिर उनके निकटवर्ती तो कई लोग व संगठन रहे हैं, जिन्होंने तिरंगा वर्षों तक नहीं फहराया

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