देहरादून| उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में वीरवार को महिला सुरक्षा सप्ताह शुरू किया गया है। इसके लिए मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में महिला भागीदारी को प्रोत्साहन करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया और इस कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम उस संस्कृति के साधक हैं जहां पुरुष की परिकल्पना करना नारी के बिना अधूरी मानी जाती है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी जी कहना है की हमारे यहां जहां एक ओर अर्धनारीश्वर की पूजा की जाती है, वहीं दूसरी ओर मां जगदंबा को इस सृष्टि का मूल माना जाता है। अब उत्तराखंड सरकार महिलाओं और बच्चों के प्रति हिंसा और बाल विवाह की सूचना देने वाले व्यक्ति या संस्था को सरकार दस हजार रुपए का पुरस्कार देगी और सम्मानित करेगी। इस कार्यक्रम के दौरान सीएम ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रही मानसिक और शारीरिक हिंसा की घटनाओं पर भी बात की है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं को रोकने की कोशिश करने वाले व्यक्ति को महिला सुरक्षा प्रहरी के रूप में जाना जाएगा और उनके द्वारा ऐसे व्यक्ति या समूह को विशेष अवसरों पर उन सबको सम्मानित भी किया जाएगा और साथ ही इन विशेष कार्यों में योगदान देने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा। मुख्यमंत्री धामी जी ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया और किया एवं महिलाओं की आत्मरक्षा पर बनी लघु फिल्म का लोकार्पण भी किया गया है।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य का कहना है की मुख्यमंत्री धामी जी के नेतृत्व में राज्य में महिलाओं की आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है और उत्तराखंड की महिलाएं समाज के रीढ़ की हड़ी है। महिलाओं के कल्याण के लिए काफी सारी योजनाए भी चलाई जा है है जिसका वो पूरा फायदा ले सकती है और आगे बढ़ सकती है।