उत्तराखंड- देशभर में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। उत्तराखंड में पहले चरण मे 19 अप्रैल को मतदान होगा। वहीं राज्य गठन के बाद पहली बार मतदान और मतगणना में 46 दिनो का फासला देखने को मिला है। इसके तहत 19 अप्रैल को मतदान होगा और 4 जून को मतगणना होगी। विपक्षी दलों ने इस लम्बी अवधि में भाजपा कि ओर से गड़बड़ी करने कि आशंका जताई है। वहीं चुनाव प्रचार के लिए प्रत्याशियों के पास 30 दिन से कम का समय है। ऐसे में प्रत्याशियों को जमकर मेहनत भी करनी होगी। हालांकि परिणाम के लिए काफी इंतजार करना होगा। वहीं देवभूमि उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों को जीतने के लिए भी भाजपा-कांग्रेस में आमने सामने की टक्कर देखने को मिल रही है। भाजपा ने एक ओर जहां पांचों सीटों पर प्रत्याशियों को मैदान में उतारने के बाद प्रचार प्रसार तेज कर दिया है। तो वहीं दूसरी ओर तीन सीटों पर आसानी से टिकट फाइनल होने के बाद कांग्रेस में दो सीटों पर पेंच फंसा है। कांग्रेस हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन पर मंथन कर रही है। वहीं खबर है कि हरिद्वार सीट से टिकट के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा हाईकमान से पैरवी कर रहे हैं। वहीं नैनीताल सीट से भी टिकट के कई दावेदार होने से मामला लंबा खिंच रहा है। वहीं एक तरफ जहां कांग्रेस प्रत्याशियों पर मंथन कर रही है. तो दूसरी ओर भाजपा ने चुनाव प्रचार अभियान को धार दे दी है। इसके तहत पांचों सीटों पर आक्रामक प्रचार अभियान शुरू कर दिया गया है। सवाल ये है कि आखिर क्यों कांग्रेस अब तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर पाई है। सवाल ये भी है कि एक माह से कम के समय में कांग्रेस प्रत्याशी कब प्रचार प्रसार शुरू करेंगे और कब जनता के बीच में जाएंगे।
देवभूमि उत्तराखंड में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए सभी राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गई है। राज्य की पाचों लोकसभा सीटों को जीतने भाजपा कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों ने ऐडी चोटी का जोर लगा दिया है। चुनावी तैयारियों में विपक्षी दलों से आगे चल रही भाजपा 400 से अधिक सीटें जीतने का दावा कर रही है। वहीं देर रात तक हुई भाजपा चुनाव प्रबंधन की बैठक में चुनाव जीतने की रणनीति पर मंथन किया गया। सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। वहीं भाजपा ने पांचों लोकसभा प्रत्याशियों के नामांकन की तारीख भी घोषित कर दी है। इसके तहत 22 मार्च को अल्मोड़ा सीट, 23 मार्च को हरिद्वार, 27 मार्च को नैनीताल और टिहरी, जबकि 26 मार्च को पौड़ी प्रत्याशी नामांकन करेंगे।
वहीं एक तरफ जहां कांग्रेस भाजपा पर कोई कार्य ना करने का आरोप लगा रही है। तो वहीं दूसरी ओर भाजपा ने निर्णय लिया है कि धामी सरकार के दो साल पूरे होने और अगले माह छह अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस सहित कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक लोकसभा चुनाव प्रचार के तहत होने वाली प्रधानमंत्री व अन्य शीर्ष नेताओं की रैलियों के लिए सभी लोकसभाओं से रिपोर्ट मांगी गई है। भाजपा एक तरफ जहां पूरी ताकत के साथ प्रचार प्रसार में जुट गई है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस हरिद्वार और नैनीताल लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के चयन पर मंथन कर रही है।
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के लिए समय बेहद कम है यही वजह है कि राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। एक तऱफ जहां भाजपा अपने विरोधी दलों से चुनावी तैयारियों के लिहाज से काफी आगे निकल गई है। तो दूसरी ओर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल अभी तक प्रत्याशियों पर ही मंथन कर रहे हैं ऐसे में सवाल ये है कि आखिर कांग्रेस कबतक प्रत्याशियों का ऐलान करेगी और कब ये प्रत्याशी चुनावी तैयारी शुरू करेंगे.देखना होगा 2024 का चुनाव किसको जीत का स्वाद चखाता है और किसको हार से सामना कराता है।
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