KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार, 31 दिसंबर यानि आज को प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पहुंचेंगे। इस दौरान वह नैनी में स्थित बायो-सीएनजी प्लांट का उद्घाटन करेंगे, जिसे लेकर शहर के कचरा प्रबंधन और पर्यावरणीय स्थिरता में महत्वपूर्ण बदलाव आने की उम्मीद है। इस प्लांट का उद्घाटन महाकुंभ मेला शुरू होने से पहले किया जा रहा है, जो 13 जनवरी से शुरू होगा।
प्रयागराज के कचरे से बनेगा बायो-सीएनजी और जैविक खाद
आपको बता दें कि नैनी में स्थित यह बायो-सीएनजी प्लांट 343 टन रोजाना कचरे की क्षमता के साथ काम करेगा। इस प्लांट से हर दिन 21.5 टन बायो-सीएनजी और 209 टन जैविक खाद का उत्पादन होगा। यह कचरा मुख्य रूप से शहर के घरों, होटलों, रेस्टोरेंट्स और मंदिरों से निकले 200 टन गीले कचरे से लिया जाएगा। इस पहल से न केवल कचरा प्रबंधन में सुधार होगा, बल्कि प्रयागराज नगर निगम को हर साल 53 लाख रुपये का अतिरिक्त राजस्व भी मिलेगा।
प्रदूषण में कमी और रोजगार के अवसर
यह बायो-सीएनजी प्लांट कचरे से ऊर्जा उत्पादन कर पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही 125 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए इस प्लांट के संचालन से करीब 200 लोगों को रोजगार मिलेगा। यह परियोजना वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास में भी अहम योगदान देगी। प्लांट का निर्माण पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत किया गया है, और इसे एवरएनवायरो रिसोर्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जाएगा।
सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए किया गया निर्माण
प्लांट की स्थापना प्रयागराज नगर निगम द्वारा दी गई 12.49 एकड़ जमीन पर की गई है, जो अरैल घाट के पास स्थित है। प्लांट के लिए रोजाना 1,250 यूनिट बिजली की खपत होगी। पहले चरण में 200 टन क्षमता वाले शहरी कचरे का प्रबंधन पूरा किया जा चुका है, जबकि गैस उत्पादन के लिए 143 टन धान की पराली और गोबर का उपयोग भी किया जा रहा है।
महाकुंभ मेले के लिए विशेष तैयारी
प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारियों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बायो-सीएनजी प्लांट का उद्घाटन करेंगे। यह प्लांट न केवल कचरे के निपटान में मदद करेगा, बल्कि महाकुंभ के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए भी एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करेगा। इस परियोजना को लेकर प्रयागराज नगर निगम के कमिश्नर चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि यह पहल शहर में कचरा प्रबंधन के साथ-साथ आर्थिक और पर्यावरणीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।