रिपोर्ट-कुलदीप पंडित
बागपत। गणेश चतुर्थी के अवसर पर जहां देश के कोने-कोने में भगवान गणेश की पूजा अर्चना की जा रही है। वहीं बागपत में पुलिस की तानाशाही का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां शिव मंदिर में मंत्रोउच्चारण के बाद प्राण प्रतिष्ठा कराई गई। भगवान गणेश की प्रतिमा को पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए हटा दिया। पुलिस का कहना था कि मंदिर में पूजा अर्चना और प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के लिए परमिशन लेनी होती है , ग्रामीणों ने इसकी परमिशन नहीं ली इसलिए प्रतिमा को हटा दिया है।
मंदिर में लगी गणेश की प्रतिमा को पुलिस ने बलपूर्वक हटाया
गणेश चतुर्थी के अवसर पर की गई थी भगवान गणेश की प्राण प्रतिष्ठा
लाउडस्पीकर से मंत्रोउच्चारण के साथ की गई थी प्राण प्रतिष्ठा
ग्रामीण कर रहे थे मंदिर में पूजा अर्चना
मंदिर में ग्रामीणों की मौजूदगी में पुलिस… pic.twitter.com/BZYYCbZzYk
— Knews (@Knewsindia) September 20, 2023
दरअसल, पूरा मामला बालैनी थाना क्षेत्र के रोशनगढ़ गांव का है। जहां ग्रामीणों ने गणेश चतुर्थी के अवसर पर चंदा इकट्ठा किया और गांव के शिव मंदिर में भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर दी। सुबह से ही लाउडस्पीकर द्वारा मंत्रोउच्चारण के साथ पूजा अर्चना की जा रही थी। और मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी, जो भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर रहे थे। तभी बालैनी पुलिस मंदिर परिसर में पहुंची और बल का प्रयोग करते हुए, प्रतिमा को हटा दिया।
जानकारी के लिए बता दें कि घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया और ग्रामीणों की भीड़ , मंदिर परिसर में इकट्ठा हो गई लेकिन तभी पुलिस आनन फानन में प्रतिमा को लेकर निकल गई ,और गांव के ही राजेंद्र के आवास पर प्रतिमा को रख थाने चली गई। घटना को लेकर जहां ग्रामीणों में भारी रोष बना हुआ है, वही बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के साथ-साथ मुख्यमंत्री से भी शिकायत करने की बात कही है, उनका कहना था कि एक तरफ तो हिंदू राष्ट्र की बात की जा रही है, वहीं दूसरी ओर हिंदुओं की पूजा अर्चना पर भी रोक लगाई जा रही है। यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगा।