रिपोर्ट – अनिरुद्ध पाण्डेय
उत्तर प्रदेश – मिशन शक्ति के तहत कौशांबी में कक्षा 9 की छात्रा को 2 घंटे का डीएम बनाया गया। जिलाधिकारी की कुर्सी पर बैठकर काजल ने जनसुनवाई करते हुए समस्याओं का निस्तारण किया। इस दौरान डीएम मधुसूदन हुल्गी काजल के आदेश का अनुपालन करते हुए दिखे। बाकी अधिकारी भी बगल में कुर्सी लगाकर बैठे रहे। डीएम मधुसूदन के मुताबिक, नवरात्रि के खास पर्व पर नारी शक्ति में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए यह कदम उठाया गया। डीएम की कुर्सी पर बैठी काजल ने भविष्य में आईपीएस बनने का सपना संजोया है।
फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण
दरअसल बता दें कि 2 घंटे की डीएम बनी मूरतगंज स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की कक्षा 9 की छात्रा काजल कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय में बतौर डीएम कुर्सी पर बैठी। इस दौरान काजल ने जनसुनवाई की और फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण किया। बतौर डीएम, काजल ने एक दर्जन से अधिक शिकायत पत्रों का अवलोकन किया। इस दौरान उसने मौजूदा डीएम की मदद से आधा दर्जन शिकायत पत्रों का तत्काल निस्तारण किया। इस दौरान एक छात्र निवास की समस्या लेकर आया, जिसे काजल ने कुछ ही मिनटों में दूर कर दिया।
जिलाधिकारी के पद का किया निर्वहन
बतौर डीएम, काजल ने समस्याओं को सुनते हुए किस प्रकार से जिलाधिकारी के पद का निर्वहन किया जाता है, इसकी सीख ली। प्रतीकात्मक रूप से बनी 2 घंटे की जिलाधिकारी काजल ने बताया कि वह भविष्य में यूपीएससी की तैयारी करके भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी बनना चाहती है। डीएम की कुर्सी पर बैठकर उसे बहुत खुशी मिली। उसने कहा कि आज जो गौरव उसे डीएम की कुर्सी पर बैठकर हासिल हुआ है, वह जीवन भर नहीं भूल सकेगी। इससे बाकी छात्रों को भी सीख लेने की जरूरत है और शिक्षा के महत्व को बताते हुए इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आज यह कदम
डीएम मधुसूदन हुल्गी ने बताया कि नवरात्रि के खास पर्व और मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत गर्ल्स स्टूडेंट्स में आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आज यह कदम उठाया गया है। इससे अन्य बेटियाँ सबक लेकर अपने जीवन के उद्देश्य को पूरा करने के लिए आगे बढ़ेंगी। उन्होंने 2 घंटे की डीएम काजल के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उसका उत्साहवर्धन किया।