रिपोर्ट – मधुर दरबारी
प्रयागराज – महाकुंभ 2025 को दिव्य, भव्य एवं नव्य बनाने के उद्देश्य से तीर्थ के तीर्थ प्रयागराज की पावन धरती संगम तट पर योगी आदित्यनाथ ने अपने दौरे के दौरान सेक्टर 4 में स्थित कंप्यूटरकृत खोया पाया केंद्र का उद्घाटन किया। योगी जी ने प्रधानमंत्री के दौरे से पहले महाकुंभ की तैयारियों का लिया जायजा। महाकुंभ 2025 को विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक समागम बनाने की है तैयारी।
सीएम योगी आदित्यनाथ की बड़ी पहल
आपको बता दें कि महाकुंभ 2025 को डिजिटल महाकुंभ बनाने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह बड़ी पहल है। खोया पाया केंद्र पहले के कुंभ मेलों में भी स्थापित किया जाता था, लेकिन इस बार का यह केंद्र अपने आप में अनूठा केंद्र है। इसे 2750 सीसीटीवी कैमरों की मदद से कनेक्ट किया गया है, जिससे किसी भी खोए हुए व्यक्ति की पहचान हो सकेगी और उसे उसके परिवार से मिलाने में सुविधा होगी।
AI तकनीक का भी इस्तेमाल
इस डिजिटल खोया पाया केंद्र में ए.आई. तकनीक का भी इस्तेमाल किया गया है। एक हेल्पलाइन नंबर 1520 भी जारी किया गया है, जो अब 24 घंटे कार्य करेगा। मुख्यमंत्री ने 5 मिनट में केंद्र की व्यवस्था को देखा। मेले में अपनों से बिछड़ने वाले पहली बार जमीन पर नहीं, बल्कि बिस्तर पर आराम करेंगे। आरामदेय बेड की क्षमता वाले खोया पाया केंद्र में पुरुष और महिलाओं के ठहरने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। बच्चों के लिए ठहरने की व्यवस्था भी है। बच्चों के लिए क्रीड़ा स्थल के साथ-साथ कॉन्फ्रेंस हॉल, स्टाफ रूम तथा मीटिंग हॉल भी है। इसमें जलपान गृह की भी व्यवस्था है। स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए शौचालय भी निर्मित किए गए हैं।
महाकुंभ को स्वच्छ महाकुंभ बनाने की दिशा
योगी जी ने इस महाकुंभ को स्वच्छ महाकुंभ बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मेले में बिछड़ने वालों को ढूंढने के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जाएगी। मेला क्षेत्र के अलग-अलग सेक्टर में खोया पाया केंद्र की 9 और शाखाएं होगी, जो महाकुंभ मेला क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों में स्थापित होगी।