उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, केदारनाथ विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के लिए अब बस कुछ ही घंटों का समय शेष रह गया है। वहीं केदारनाथ में प्रचार प्रसार के शोर पर विराम लग गया है। केदारनाथ में कुल छह प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। इन तमाम प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत जनता को अपने पाले में लाने के लिए लगाई है। हांलाकि भाजपा-कांग्रेस के बीच ही कडा मुकाबला देखने को मिल रहा है। भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल और कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत दोनों ही प्रत्याशी केदारनाथ के विधायक रह चुके हैं। ऐसे में ये चुनावी लड़ाई काफी कांटे की टक्कर की होने जा रही है। वहीं दोनों ही दल अपनी अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं। इस बीच भाजपा ने कांग्रेस पर केदारनाथ की आस्था को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस केदारनाथ में हिन्दुत्व का विरोध कर रही है यात्रा को बाधित करने की साजिश कर रही है ऐसे में जनता उपचुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाने जा रही है। बता दें कि कांग्रेस दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के शिलान्यास, मंदिर से सोना चोरी होने के साथ ही यात्रा की बदहाली का मुद्दा प्रमुख्ता से उठा रही है जिसको भाजपा हिन्दुत्व के विरोध में बता रही है भाजपा का तर्क है कि कांग्रेस जनहित से जुड़े मुद्दों को ना उठाकर धार्मिक मुद्दों पर ज्यादा जोर दे रही है.इस बीच चोपता मे भाजपा प्रदेश कार्यकारणी की गाड़ी में पकड़ी गई शराब ने सियासी पारे को बढ़ा दिया है,भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की गाड़ी मे शराब रखकर हंगामा किया जिसकी शिकायत भी भाजपा ने की है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा के इन आरोपों का खंडन किया है।
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में जिस घड़ी का इंतजार था वो मतदान की घड़ी नजदीक आ गई है। 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए अब बस कुछ ही घंटों का समय शेष रह गया है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तक तमाम राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने जनता का अपने पक्ष में लाने की कोशिश की है। केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा से आशा नौटियाल, कांग्रेस से मनोज रावत, उत्तराखंड क्रांति दल से डॉ आशुतोष भंडारी के अलावा निर्दलीय त्रिभुवन चौहान, आरपी सिंह और प्रदीप रोहन रुढ़िया हैं। बीते कई माह से सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। हांलाकि भाजपा कांग्रेस में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। वहीं दोनों ही दल अपनी अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं।
आपको बता दें कि इस वर्ष 9 जुलाई को केदारनाथ विधानसभा की विधायक शैलारानी रावत के निधन से सीट खाली हो गई थी। वहीं केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में कुल 90875 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान के लिए 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। 20 नवंबर को मतदान जबकि 23 नवंबर को मतगणना होगी। इस बीच चोपता मे भाजपा प्रदेश कार्यकारणी की गाड़ी में पकड़ी गई शराब ने सियासी पारे को बढ़ा दिया है,भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा की गाड़ी मे शराब रखकर हंगामा किया जिसकी शिकायत भी भाजपा ने की है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा के इन आरोपों का खंडन किया है।
कुल मिलाकर केदारनाथ उपचुनाव के लिए जिस घड़ी का इंतजार था उस इंतजार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। तमाम राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत इस चुनावी दंगल को जीतने के लिए लगा दी है। इंतजार बस अब 20 नवंबर को मतदान और 23 नवंबर को मतगणना का रह गया है। देखना होगा केदारनाथ की जनता किसको जीत का स्वाद चखाती है और किसको हार से सामना कराती है