उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट , उत्तराखंड की धामी सरकार की ओर से पिछले वर्ष आयोजित की गई ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं। दअरसल देश का प्रमुख औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप उत्तराखंड में बड़ा निवेश करने जा रहा है। इसके तहत टाटा ग्रुप उध्मसिंहनगर में इलेक्ट्रॉनिक सिटी विकसित करेगा। सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक सिटी के लिए टाटा ग्रुप के अधिकारी उधमसिंहनगर में खुपरिया फार्म का मुआयना कर चुके हैं। टाटा के इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोजेक्ट में सहयोगी ताइवान की कंपनियों के प्रतिनिधि जनवरी 2025 में उत्तराखंड आएंगे। उनका कार्यक्रम तय हो गया है। इससे दस हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। उन्होने बताया कि टाटा ने इस प्रोजेक्ट के लिए उत्तराखंड में राहुल जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। संभावना है कि 2025 के बीच निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। वहीं भाजपा टाटा समूह की ओर से उत्तराखंड में निवेश करने के फैसले को सरकार की बड़ी जीत बता रही है। भाजपा का कहना है कि जो कांग्रेस इंवेस्टर्स समिट पर सवाल उठा रही थी. आज उसे जवाब मिल गया है। वहीं कांग्रेस ने भाजपा को इंतजार करने की सलाह दी है। कांग्रेस का कहना है कि साल 2025 तक निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है..कांग्रेस का कहना है कि राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था, मूलभूत सुविधाओं का अभाव उद्योगों को स्थापित नहीं करने दे रहा है। सवाल ये है कि क्या टाटा समूह उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक सिटी विकसित करने के लिए गंभीर है। क्या धामी की ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का कमाल अब दिखने लगा है। क्या राज्य के बेरोजगार युवाओं के हाथों को अब रोजगार मिलने जा रहा है।
उत्तराखंड में निवेश को पंख लगने जा रहे हैं। देश का देश का प्रमुख औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप उत्तराखंड में बड़ा निवेश करने जा रहा है। इसके तहत टाटा ग्रुप उध्मसिंहनगर में इलेक्ट्रॉनिक सिटी विकसित करेगा। सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक सिटी के लिए टाटा ग्रुप के अधिकारी उधमसिंहनगर में खुपरिया फार्म का मुआयना कर चुके हैं। टाटा के इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोजेक्ट में सहयोगी ताइवान की कंपनियों के प्रतिनिधि जनवरी 2025 में उत्तराखंड आएंगे। उनका कार्यक्रम तय हो गया है। इससे दस हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। उन्होने बताया कि टाटा ने इस प्रोजेक्ट के लिए उत्तराखंड में राहुल जैन को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। संभावना है कि 2025 के बीच निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। वहीं भाजपा टाटा समूह की ओर से उत्तराखंड में निवेश करने के फैसले को सरकार की बड़ी जीत बता रही है। जबकि कांग्रेस भाजपा को इंतजार करने की सलाह दे रही है
आपको बता दें कि टाटा समूह इलेक्ट्रॉनिक और चिप, सेमीकंडक्टर की बढ़ती मांग को देखते हुए इस ओर अपनी सक्रियता बढ़ा रहा है। वहीं उत्तराखंड में इन्वेस्टर समिट में उद्योगों की स्थापना को आए प्रस्तावों ने ऊर्जा निगम समेत पिटकुल की भी चिंता बढ़ा दी है। दअरसल 18 हजार करोड़ के प्रस्तावों की ग्राउंडिंग हो गई है। इसके साथ ही दूसरे प्रस्तावों पर भी तेजी से काम चल रहा है। इन सभी उद्योगों के आने के बाद बिजली की डिमांड 665 मेगावाट तक बढ़ जाएगी। इसके साथ ही पानी की मांग में भी बढ़ोतरी होगी। कांग्रेस का कहना है कि बिना इन उद्योगों के धरातल पर उतरे ही प्रदेश की जनता बिजली-पानी की कटौती से परेशान है। इसके लिए आंदोलन कर रही है ऐसे में सरकार कैसे इस मांग को पूरा कर पाएगी। वहीं सत्तापक्ष विपक्ष पर मुद्दाविहिन होने का आरोप लगा रहा है।
कुल मिलाकर इन्वेस्टर्स समिट के दौरान आए प्रस्ताव पर उत्तराखंड सरकार और टाटा ग्रुप ने आगे बढ़ना शुरू कर दिया। इसके अलावा भी इस प्रस्तावों को धारातल पर उतारने की सरकार ने कोशिशें तेज कर दी है। हांलाकि प्रस्तावित उद्योग कबतक स्थापित होंगे ये तो देखना होगा लेकिन सवाल ये है कि प्रस्तावित उद्योगों के लिए प्रशिक्षित कर्मचारियों के साथ ही बिजली-पानी की मांग को कैसे सरकार पूरा करेगी ये बड़ा सवाल है.