नए संसद भवन के डिजाइन का एमपी के मंदिर से है कनेक्शन

 KNEWS DESK-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नए संसद भवन का उद्घाटन किया।जिसको मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर से जोड़ कर देखा जा रहा है ऐसा दावा किया जा रहा है कि संसद भवन की डिजाइन विदिशा के विजय मंदिर से मिलती- जुलती है जो सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है।  भारत की नई संसद को बनाने में करीब 971 करोड़ रुपए खर्च किया गया है और आज संसद भवन को 135 भारतीयों को समर्पित किया गया|

पुराने संसद भवन का निर्माण भी मध्य प्रदेश के मुरैना चौंसठ योगिनी मंदिर के डिजाइन के तर्ज पर हुआ है। जिसे ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस ने बनाया था हालांकि, इसके बारे में सरकार की ओर से पुष्टि नहीं की गई है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि जिस मंदिर की तर्ज पर नई संसद बनी  वो मंदिर मध्यप्रदेश के विदिशा में स्थित है। इतिहासकारों के अनुसार, विजय मंदिर देश के विशालतम मंदिरों में गिना जाता है। ये कई बार आक्रांताओं द्वारा लूटा गया है। विजय मंदिर के ऊंचे बेस को देखकर इसका आकार और संसद की आकृति एक जैसी ही दिखाई देती है।

10वीं व 11वीं शताब्दी में परमार राजाओं ने इसका पुनर्निर्माण करवाया था। मुगल शासक औरंगजेब ने इस मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद मराठा राजाओं ने इसका निर्माण कराया था। देश की वर्तमान संसद भवन का डिजाइन भी मध्यप्रदेश के मुरैना स्थित चौंसठ योगिनी मंदिर जैसा है, जिसे ब्रिटिश आर्किटेक्ट एडविन लुटियंस ने बनाया था। अब नए संसद भवन का निर्माण भी मध्यप्रदेश के ही विजय मंदिर से मिलता-जुलता है. यानी भारत की सबसे शक्तिशाली इमारत का इतिहास आजादी के पहले से मध्य प्रदेश से जुड़ा है और आगे भी जुड़ा रहेगा|

 

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