KNEWS DESK – मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम में इस बार की दिवाली बड़े धूमधाम और भव्यता के साथ मनाई गई। धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दीपावली के इस पवित्र पर्व पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी और सनातन परंपराओं को जीवंत बनाए रखने का संदेश दिया। इस अवसर पर धीरेंद्र शास्त्री ने भक्तों के साथ मिलकर रंग-बिरंगी आतिशबाजी की और 10 सुतली बम फोड़े।
दीपों से जगमगा उठा बागेश्वर धाम
दीपावली के पर्व पर बागेश्वर धाम को विशेष रूप से सजाया गया था। धाम को दुल्हन की तरह सजाया गया, और हर कोने में जगमगाती झालरें, रंग-बिरंगी लाइटें, और आंगन में दीपों की पंक्तियाँ चारों ओर एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रही थीं। धाम में इस पर्व पर सैकड़ों भक्त पहुंचे, जिन्होंने इस आयोजन में हिस्सा लेकर आस्था और उल्लास के साथ पर्व को मनाया।
सनातन त्योहारों का महत्व
दीपावली के इस पावन अवसर पर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि “कुछ लोग हमारे सनातन त्योहारों का विरोध करते हैं और त्यौहार मनाने के तरीके पर सवाल उठाते हैं। हमें इन विरोधियों से घबराने की जरूरत नहीं है।” शास्त्री जी ने स्पष्ट किया कि सनातन धर्म का अनुसरण करने वाले अपने रीति-रिवाजों और परंपराओं का पूरी शिद्दत से पालन करते रहेंगे।
किसी की भावनाओं को आहत न करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य किसी धर्म का अपमान करना नहीं है। हमें दूसरों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए, लेकिन जब हमारे धर्म पर सवाल उठते हैं, तो हम उसका मजबूती से जवाब देंगे।” उन्होंने इस पर भी जोर दिया कि समाज में फैलते प्रदूषण को लेकर उनकी भी चिंता है, और पर्यावरण की रक्षा के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।
गायों को कराया भोजन और किया पूजा-अर्चना
दिवाली के दिन पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने विशेष रूप से गायों को अपने हाथों से भोजन कराया और पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने अपने भक्तों के बीच पहुंचकर दीप प्रज्वलित किए और एकता का संदेश दिया। आतिशबाजी के दौरान उन्होंने अपने भक्तों से यह कामना की कि जैसे दीपावली का पर्व पूरे विश्व को रोशन कर रहा है, वैसे ही सभी के जीवन में खुशियों का उजाला बना रहे।
सामाजिक सद्भावना का संदेश
बागेश्वर धाम में इस दिवाली पर आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल धार्मिकता का संदेश दिया, बल्कि समाज में सद्भावना और प्रेम का भी संचार किया। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सभी से आग्रह किया कि वे अपनी परंपराओं का सम्मान करें और समाज में खुशहाली और सौहार्द का माहौल बनाए रखें। इस दिवाली पर बागेश्वर धाम में आयोजित यह भव्य आयोजन निश्चित ही सनातन धर्म की महिमा और उसके अनुयायियों की श्रद्धा को प्रकट करता है।