KNEWS DESK- क्या आप किसान हैं और जैविक खेती के क्षेत्र में कदम बढ़ाना चाहते हैं या फिर आप स्वास्थ्यवर्धक और रसायन-मुक्त उत्पादों के प्रशंसक हैं? अगर हां, तो लखनऊ फार्मर्स मार्केट आपका स्वागत करता है। आज आयोजित हो रहे इस मेले में, कृषि, शिल्प और प्राकृतिक उत्पादों का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। यह आयोजन न केवल किसानों और उद्यमियों को प्रोत्साहित करता है, बल्कि जैविक उत्पादों के महत्व और उनके उपयोग को भी बढ़ावा देता है।
क्या है लखनऊ फार्मर्स मार्केट?
लखनऊ फार्मर्स मार्केट, ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह के नेतृत्व में शुरू किया गया एक ऐसा मंच है, जो स्थानीय किसानों, शिल्पकारों और छोटे उद्यमियों के लिए समर्पित है। इस मार्केट में उपभोक्ताओं को रसायन-मुक्त सब्जियां, अनाज, मसाले, प्राकृतिक स्किन केयर उत्पाद, और हाथ से बने शिल्प जैसे उत्पाद मिलते हैं। साथ ही, यह किसानों और ग्राहकों के बीच सीधा संबंध स्थापित कर, कृषि उत्पादों को बेहतर मूल्य प्रदान करता है।
ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह की दृष्टि
ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह, इस पहल की संस्थापक, ने अपने अनुभव से महसूस किया कि किसानों को उनके उत्पादों का सही मूल्य नहीं मिल पाता और उपभोक्ताओं को जैविक उत्पादों की कमी महसूस होती है। अपने परिवार के आम के बागान से शुरुआत करते हुए, उन्होंने किसानों की कठिनाइयों को करीब से समझा। उनका उद्देश्य है कि जैविक उत्पादों और पारंपरिक कृषि तकनीकों को एक नई पहचान मिले।
https://www.instagram.com/reel/DC
किसानों और शिल्पकारों की भागीदारी
लखनऊ फार्मर्स मार्केट में अब तक 250 से अधिक किसान, शिल्पकार और छोटे उद्यमी जुड़े हैं। इनमें:
- जैविक किसान: जो बिना रसायन और कीटनाशकों के उच्च गुणवत्ता वाले फल, सब्जियां और औषधीय पौधे उगाते हैं।
- महिला स्वयं सहायता समूह: जो ग्रामीण क्षेत्रों में 5000 से अधिक महिलाओं को रोजगार और शिक्षा प्रदान कर रही हैं।
- शिल्पकार: जो मिट्टी के बर्तन, पारंपरिक सजावटी सामान और हाथ से बने अन्य उत्पाद बनाते हैं।
अनुभव और गतिविधियां
लखनऊ फार्मर्स मार्केट में खरीदारी के साथ-साथ अन्य अनुभव भी शामिल हैं:
- फार्म स्टे और फार्म अनुभव: उपभोक्ताओं को जैविक खेती की प्रक्रिया से जोड़ने और ग्रामीण जीवन का अनुभव प्रदान करने के लिए।
- कार्यशालाएं: जैविक खेती, प्राकृतिक उत्पाद निर्माण और सतत जीवनशैली पर आधारित।
- स्वाद प्रदर्शन: जैविक मसालों और ताजे उत्पादों से बने व्यंजनों का स्वाद लेने का अवसर।
सतत विकास और सामाजिक प्रभाव
लखनऊ फार्मर्स मार्केट केवल एक बाजार नहीं है, बल्कि यह समाज में स्थिरता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का माध्यम भी है।
- पर्यावरण संरक्षण: जैविक खेती के माध्यम से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार, जल संसाधनों का संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा।
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन: किसानों और शिल्पकारों को उनके उत्पादों के लिए एक स्थायी बाजार उपलब्ध कराना।
- युवाओं के लिए अवसर: इंटर्नशिप और कार्य अनुभव के माध्यम से युवाओं को कृषि और शिल्प क्षेत्र से जोड़ना।
भविष्य की राह
लखनऊ फार्मर्स मार्केट, भारतीय कृषि और पारंपरिक शिल्प के लिए एक आदर्श मॉडल बनकर उभरा है। इसके माध्यम से:
- जैविक उत्पादों की वैश्विक पहुंच: भारतीय जैविक उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती मांग को पूरा करना।
- कृषि पर्यटन: ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देकर किसानों की आय के वैकल्पिक स्रोत तैयार करना।
- पारंपरिक तकनीकों का पुनरुद्धार: आधुनिक तकनीकों के साथ पारंपरिक कृषि विधियों को जोड़ना।
लखनऊ फार्मर्स मार्केट न केवल किसानों और उपभोक्ताओं के बीच एक पुल है, बल्कि यह भारत में जैविक खेती और प्राकृतिक उत्पादों के महत्व को स्थापित करने का एक सशक्त माध्यम भी है। ज्योत्सना कौर हबीबुल्लाह की यह पहल पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। अगर आप भी इस उत्सव का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो इसे अपने कैलेंडर में जरूर शामिल करें।
ये भी पढ़ें- सीएम योगी के निर्देश पर प्रयागराज के रसूलाबाद घाट का नाम बदलकर किया गया चन्द्रशेखर आजाद घाट