स्मार्ट कामों में बढ़े, आपदा में खड़े !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, देवभूमि उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश ने पहाड़ से मैदान तक हाहाकार मचा रखा है। पहाड़ो में एक ओर जहां लैंडस्लाईडिंग, भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई है तो वही दूसरी ओर नदियों का जलस्तर बढ़ने से घरों में पानी और आस पास के कई इलाकों को खतरा पैदा हो गया है। भारी बारिश ने टिहरी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ नैनीताल आदि जनपदों में भारी नुकसान किया है। रुद्रप्रयाग में जगह जगह मार्ग बाधित होने से केदारनाथ यात्रा बाधित चल रही है। हांलाकि सरकार केदारनाथ मार्गों को दुरूस्त करने का प्रयास कर रही है। जिससे चारधाम यात्रा पटरी पर लौट सके। इस बीच राजधानी देहरादून में पिछले 48 घटें से लगातार हुई बारिश के बाद जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। सड़कें तालाब में तब्दील हो चुकी है। नदी नालों का पानी सड़कों पर आ जाने से लोगों को आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार के शहर को स्मार्ट बनाने के दावों की भी पोल खुल गई है। वहीं विपक्ष ने भी स्मार्ट सिटी को लेकर सरकार द्वारा किये गये दावों को हवा हवाई बताया हैं,स्मार्ट सिटी पर मचे सियासी बवाल के बीच मोदी सरकार ने ‘इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट’ की घोषणा कर दी है। इस प्रोजेक्ट में ऊधमसिंहनगर के खुरपिया में औद्योगिक स्मार्ट पार्क बनेगा केंद्रीय कैबिनेट ने 12 शहरों में 28,602 करोड़ रुपये की लागत से बनाने का फैसला लिया है। जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया है। वहीं विपक्ष ने सरकार के इस नए प्रोजेक्ट पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं। सवाल ये है कि क्या स्मार्ट सिटी के अधूरे कार्यों के बीच औद्योगिक स्मार्ट पार्क का सपना साकार हो पाएगा

देवभूमि उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश ने राज्य को काफी नुकसान पहुंचाया है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। देहरादून, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, टिहरी, बागेश्वर समेत अन्य जनपदों में बारिश से जबरदस्त नुकसान हुआ है। आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रखा है। वहीं प्रदेशभर में इस बारिश के चलते 70 से अधिक सड़कें बाधित हैं. जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच देहरादून के भी कई इलाकों में बारिश ने हाहाकार मचाया है। रात भर लोग डर के साये में जीने को मजबूर हैं। वहीं नदी नाले उफान पर आने और जलभराव की वजह से सड़के तालाब में तब्दील हो गई है। वहीं विपक्ष ने लगे हाथ स्मार्ट सिटी के मुद्दे पर एक बार फिर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है..

वहीं राज्य में एक ओर जहां स्मार्ट सिटी के मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है तो वही दूसरी ओर केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी के बाद अब ‘इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट’ की घोषणा कर दी है। इस प्रोजेक्ट में उत्तराखंड को भी शामिल किया गया है। जिसके तहत ऊधमसिंहनगर के खुरपिया में औद्योगिक स्मार्ट पार्क बनेगा केंद्रीय कैबिनेट ने 12 शहरों में 28,602 करोड़ रुपये की लागत से बनाने का फैसला लिया है। जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया है। वहीं विपक्ष ने सरकार के इस नए प्रोजेक्ट पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं।

कुल मिलाकर राज्य में एक ओर जहां स्मार्ट सिटी पर बवाल मचा हुआ है तो वही दूसरी ओर मोदी सरकार ने स्मार्ट सिटी के बाद अब इंडस्ट्रियल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की धोषणा कर दी है। सरकार का दावा है कि इसके बनने से औद्योगिक विकास तेज होगा सवाल ये है कि क्या आपदाओं से घिरे इस उत्तराखंड में इंस्ट्रियल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट’ सफल हो पाएगा या नहीं

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