महंगाई पर लड़ाई, झूठे आंकड़े, हवा हवाई !

Knews Desk, लोकसभा चुनाव में महंगाई पर जारी सियासत के बीच देशभर में महंगाई दर की समीक्षा करने वाली केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। दअरसल महंगाई दर को नियंत्रित करने के मामले में उत्तराखंड ने देशभर में अच्छा प्रदर्शन किया है। आपको बता दें कि बीते छह महीने में जहां कई राज्यों में महंगाई दर लगातार बढ़ रही थी, वहीं उत्तराखंड ने यह आंकड़ा 3.6 प्रतिशत पर ही बनाए रखने में सफलता पाई है। देशभर में महंगाई दर की समीक्षा करने वाली केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इसके तहत उत्तराखंड, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बाद देश का तीसरा राज्य है जिसने महंगाई दर को नियंत्रित रखने में कामयाबी पाई है। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बाजार को बिचौलियों से मुक्त रखने की नीति का लाभ मिला है। साथ ही स्थानीय उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग और सप्लाई सिस्टम ने भी अच्छे प्रदर्शन में मदद की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार की महंगाई नियंत्रण को एक और बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। हांलाकि विपक्ष का कहना है कि यह सिर्फ हवा हवाई और झूठे आंकडें हैं धरातल पर इसका कोई सरोकार नहीं है। वहीं सत्तापक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व की बदौलत राज्य के विकास के साथ ही महंगाई पर भी नियंत्रण किया गया है। जो कि सराहनीय है। सवाल ये है कि क्या केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट के आंकड़े हवा हवाई है…धरातल से इन आंकड़ों का कोई है या नहीं

 

महंगाई नियंत्रण पर उत्तराखंड ने अन्य राज्यों के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया है। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। इसके तहत उत्तराखंड, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बाद देश का तीसरा राज्य है जिसने महंगाई दर को नियंत्रित रखने में कामयाबी पाई है। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में 2.17%, बंगाल में 3.49% उत्तराखंड में 3.61%, महाराष्ट्र में 3.69%, जबकि झारखंड में 3.97% इन सभी प्रदेशों में महंगाई नियंत्रण में है जबकि राष्ट्रीय औसत से ज्यादा महंगाई ओडिशा 7.11%, असम 5.70%, चंडीगढ़ 5.70%, हरियाणा 5.65%, और आंध्र प्रदेश 5.59% राज्य में है…वहीं आम आदमी का कहना है कि भले ही रिपोर्ट में उत्तराखंड के अच्छे प्रदर्शन का दावा हो लेकिन धरातल पर आम आदमी की स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है।

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्रालय ने अप्रैल 2023 और अप्रैल 2024 के आंकड़ों के आधार पर महंगाई दर का विश्लेषण किया है। इस अवधि में महंगाई दर का राष्ट्रीय औसत 4.83 प्रतिशत रहा। जबकि उत्तराखंड में यह दर 3.61 प्रतिशत रहा। वहीं इसी अवधि में उत्तराखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश में महंगाई दर 5.53 प्रतिशत जबकि हिमाचल प्रदेश में 4.26 प्रतिशत दर्ज की गई। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार की महंगाई नियंत्रण को इसे एक और बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है। हांलाकि विपक्ष का कहना है कि यह सिर्फ हवा हवाई और झूठे आंकडें हैं धरातल पर इसका कोई सरोकार नहीं है। वहीं सत्तापक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व की बदौलत राज्य के विकास के साथ ही महंगाई पर भी नियंत्रण किया गया है। जो कि सराहनीय है।

कुल मिलाकर केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट ने एक ओर जहां भाजपा को गदगद करने का मौका दिया है तो वहीं विपक्ष को महंगाई के मुद्दे पर भाजपा की घेराबंदी करने का एक ओर मौका मिल गया है। हांलाकि आम जनता महंगाई को लेकर परेशान नजर आ रही है। वहीं सरकार महंगाई को कंट्रोल में रखने की बात कह रही है। सवाल ये है कि क्या केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की रिपोर्ट के आंकड़े हवा हवाई है…क्या केंद्रीय मंत्रालय के इन आंकड़ों का जमीनी सच्चाई से कोई सरोकार नहीं है। क्या मान लिया जाए कि धामी ने महंगाई पर कंट्रोल कर लिया है..

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट

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