KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने शनिवार (11 जनवरी) को भाजपा पर चुनावी धोखाधड़ी और घोटाले के गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं पर चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और फर्जी वोट दर्ज करने के आरोप लगाए।
भाजपा नेताओं पर चुनावी धोखाधड़ी का आरोप
बता दें कि संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा के केंद्रीय मंत्री, सांसद और अन्य नेता चुनाव आयोग की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। उनका कहना था कि भाजपा के नेताओं द्वारा चुनावी धोखाधड़ी की जा रही है, जिसके कारण चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं। सिंह ने अपने आरोपों की शुरुआत नई दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा पर आरोप लगाकर की। उन्होंने कहा कि वर्मा, जो पूर्व सांसद हैं, ने सांसद बंगले पर कब्जा कर रखा है और उस पते पर 33 वोट दर्ज करवाने के लिए आवेदन किया है, जबकि वह वर्तमान में सांसद नहीं हैं।
पंकज चौधरी और कमलेश पासवान पर भी आरोप
संजय सिंह ने केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान पर भी आरोप लगाए। उनके अनुसार, इन नेताओं ने अपने पते पर फर्जी वोट दर्ज करवाने के लिए आवेदन दिया था। पंकज चौधरी ने अपने पते पर 26 वोट बनाने के लिए आवेदन किया था, जबकि कमलेश पासवान ने भी ऐसा ही आवेदन किया था। सिंह ने इसे चुनावी धांधली की गंभीर घटना करार दिया और आरोप लगाया कि भाजपा के नेता इसे साजिश के तहत कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार का आरोप: “गली-गलौज पार्टी” का जिक्र
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं ने खुलेआम 1100 रुपये वोट खरीदने के लिए बांटे हैं। सिंह ने दावा किया कि उन्हें जानकारी मिली है कि भाजपा के नेताओं को उनकी पार्टी ने 10-10 हजार रुपये बांटने के लिए दिए थे, और चुनाव जीतने का कोई मौका न मिलने पर 9000 रुपये बचाकर 1100 रुपये बांटे गए। उन्होंने इसे “गली-गलौज पार्टी” की करतूत बताते हुए पार्टी से यह सवाल किया कि क्या उन्होंने सच में ऐसा किया था?
केजरीवाल ने भी भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा पर बड़े पैमाने पर चुनावी धांधली करने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के चुनाव अधिकारी ने भाजपा के दबाव में आकर अपने कर्तव्यों से समझौता किया और धांधली में मदद की। केजरीवाल ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि इन आरोपों की जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
फर्जी वोट रद्द करने के आवेदन की संख्या में बढ़ोतरी
केजरीवाल ने आगे बताया कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 15 दिसंबर से 7 जनवरी के बीच 5,500 फर्जी वोट रद्द करने के लिए आवेदन किए गए थे। यह आंकड़ा पिछले पंद्रह दिनों में बढ़कर 13,000 हो गया। उन्होंने इसे एक बड़े घोटाले का हिस्सा करार देते हुए चुनाव आयोग से अपील की कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए और ऐसे फर्जी आवेदनों पर कड़ी निगरानी रखी जाए।