KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हो चुकी है। चुनाव आयोग ने 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए मतदान की तिथि 5 फरवरी तय की है, और परिणाम 8 फरवरी को घोषित होंगे। चुनावी माहौल के बीच सभी प्रमुख दलों, जैसे आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस, के साथ-साथ अन्य दल अपनी पूरी ताकत झोंकने में जुट गए हैं। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर इस बार चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आतिशी का रोड शो, मनीष सिसोदिया भी रहे साथ
आपको बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी की कालकाजी विधानसभा सीट से उम्मीदवार आतिशी ने नामांकन दाखिल करने से पहले एक भव्य रोड शो आयोजित किया। इस दौरान उनके साथ दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे। रोड शो में भारी संख्या में पार्टी समर्थक जुटे, और उन्होंने आतिशी के पक्ष में नारेबाजी की। यह रोड शो चुनावी प्रचार में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसमें पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उत्साह दिखाया।
अवध ओझा के चुनावी नामांकन पर साजिश का आरोप
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि ग्रेटर नोएडा के मतदाता और पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार अवध ओझा का नाम वोटर लिस्ट में न डालने के पीछे एक साजिश हो रही है। केजरीवाल ने कहा कि ओझा ने दिल्ली का मतदाता बनने के लिए आवेदन किया था, लेकिन उन्हें कोई सूचना नहीं मिली। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली के सीईओ द्वारा जारी आदेश में अंतिम तिथि 7 जनवरी बताई गई थी, लेकिन बाद में इसे 6 जनवरी कर दिया गया। केजरीवाल ने इसे गैरकानूनी और चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के खिलाफ बताया। उनका कहना है कि यह कदम ओझा को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए उठाया गया है।
केजरीवाल ने इस मुद्दे पर चुनाव आयोग से मिलकर ओझा का वोट दिल्ली में स्थानांतरित करने की मांग की। वे आज चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर इस मुद्दे को हल करने की कोशिश करेंगे।
कैग रिपोर्ट पर हाईकोर्ट की फटकार
भाजपा ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया है कि वह अपनी कैग रिपोर्ट को विधानसभा में नहीं रख रही है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस पर टिप्पणी की थी कि दिल्ली सरकार का इस मामले में आना-कानी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार के कार्यों और संवैधानिक मामलों में पारदर्शिता की कमी साफ तौर पर दिखाई दे रही है। भाजपा ने दिल्ली सरकार के अराजकतावादी चरित्र को लेकर सवाल उठाए और कहा कि यह विधानसभा की कार्यवाही को प्रभावित कर रहा है।
चुनाव आयोग से AAP की उम्मीदें
आम आदमी पार्टी अब चुनाव आयोग से अपेक्षाएं रखती है कि वह अवध ओझा के मामले में तुरंत कदम उठाए और उनका नाम वोटर लिस्ट में शामिल कर चुनावी प्रक्रिया को सुचारू बनाए। साथ ही, केजरीवाल ने भाजपा से दिल्ली के जाट समुदाय को ओबीसी सूची में शामिल करने की मांग की। उनका कहना है कि राजस्थान में जाटों को आरक्षण मिल रहा है, लेकिन दिल्ली में यह क्यों नहीं दिया जा रहा है?
चुनाव की दिशा और धारा
जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीतियां तेज कर रहे हैं। भाजपा और AAP के बीच शह और मात का खेल जारी है, वहीं कांग्रेस भी अपनी ताकत झोंकने में लगी हुई है। दिल्ली विधानसभा चुनाव इस बार एक ऐतिहासिक मुकाबला साबित हो सकता है, जिसमें सभी दल अपने-अपने दांव खेलने की कोशिश कर रहे हैं।