उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, केंद्र की मोदी सरकार ने आम बजट से देवभूमि उत्तराखंड को कई बड़ी सौगाते दी है। केंद्र ने एक ओर जहां उत्तराखंड में भूस्खलन और बादल फटने जैसी आपदा से निपटने के लिए पहली बार बजट में प्रावधान किया है। तो वहीं रेलवे के विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को इस बार 5131 करोड़ रुपए के रेल बजट की सौगात दी है। इसके साथ ही प्रदेश की चार परियोजनाओं की डीपीआर बनाने की कवायद भी अब शुरू हो गई है। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में रेल बजट के संबंध में जानकारी दी। रेल मंत्री ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम तेजी से चल रहा है। और 2026 तक यह परियोजना पूरी होगी। वहीं भाजपा का दावा है कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य पूरा होने से राज्य की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी। निर्बाध रूप से श्रद्धालु चारोधामों के दर्शन कर सकेंगे। आपको बता दें कि बरसात के दौरान पहाड के अधिकांश मार्गों पर लैंडस्लाईडिंग के चलते मार्ग बाधित होते हैं ऐसे में माना जा रहा है कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना पूरी होने से श्रद्धालुओं को और अन्य लोगों को बिना किसी रूकावट के यात्रा करने का अवसर मिलेगा। वहीं कांग्रेस का कहना है कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना कांग्रेस के कार्यकाल की है। मोदी सरकार पिछले 10 सालों से इस परियोजना को पूरा नहीं कर पाई है। ऐसे में 2027 के चुनाव को देखते हुए सरकार ने इस परियोजना की डेडलाईन को बढ़ाकर अब 2026 तक दिया है ताकि चुनाव में इसका लाभ मिल सके..सवाल ये है कि क्या मोदी सरकार चुनावी लाभ के लिए परियोजनाओं की डेडलाईन को बढ़ा रही है।
देवभूमि उत्तराखंड में रेलवे के विस्तार के लिए केंद्र सरकार ने हजारों करोड़ के बजट की सौगात प्रदेश को दी है। उत्तराखंड को इस बार 5131 करोड रुपए का रेल बजट मिला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही प्रदेश की चार परियोजनाओं की डीपीआर बनाने की कवायद भी अब शुरू हो गई है। जिसके तहत देहरादून-सहारनपुर,ऋषिकेश-उत्तरकाशी,टनकपुर-बागेश्वर, और बागेश्वर-गैरसैंण लाइन की डीपीआर पर कार्य किया जा रहा है। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेलवे के बजट के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस धनराशि से निश्चित ही राज्य में रेल सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी। वहीं कांग्रेस ने केंद्र से मिले इस बजट को बेहद निराशाजनक बताया है
वहीं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का काम तेजी से चल रहा है। और 2026 तक यह परियोजना पूरी होगी। उनके मुताबिक इस परियोजना में कुल 213 किलोमीटर की टनल है, जिसमें 171 किलोमीटर का काम पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि यहां टनल का काम चुनौतीपूर्ण है, ऐसे में 2026 तक कार्य पूरा होने की उम्मीद है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना कांग्रेस के कार्यकाल की है जिसका श्रेय भाजपा ले रही है। साथ ही मोदी सरकार पिछले 10 सालों से इस परियोजना को पूरा नहीं कर पाई है। ऐसे में 2027 के चुनाव को देखते हुए सरकार ने इस परियोजना की डेडलाईन को बढ़ाकर अब 2026 तक दिया है ताकि चुनाव में इसका लाभ मिल सके..
कुल मिलाकर आम बजट की घोषणा के बाद से विपक्ष लगातार सत्तापक्ष पर हमलावर है। कांग्रेस एक ओर जहां बजट को घोर निराशाजनक बता रही है तो वहीं दूसरी ओर रेलवे के बजट को भी नाकाफी बता रही है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने चुनावी लाभ के लिए मोदी सरकार पर ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना को धीमा करने का भी आरोप लगाया है। ऐसे में सवाल ये है कि क्या मोदी सरकार चुनावी लाभ के लिए इतनी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को पूरा नहीं कर रही है