रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी – उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक गांव के ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार कर दिया है। ग्रामीणों ने एकजुट होकर गांव में लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का एक पोस्टर लगाया है। ग्रामीणों ने इस पोस्टर में लिखा ‘काम नहीं तो वोट नहीं’।
जल निकासी के लिए उचित व्यवस्था न होने से बेहद नाराज
आपको बता दें कि पूरा मामला विधानसभा जैदपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत भयारा के चपरी गांव का है। यहां के ग्रामीणों ने गांव में विकास कार्य नहीं होने के चलते लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए बाराबंकी जिले में सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां चरम पर हैं। जिला प्रशासन लोगों से शत-प्रतिशत मतदान करने की अपील कर रहा है। लेकिन इस बीच जैदपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत भयारा के चपरी गांव में लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। यहां के लोग गांव की जल निकासी के लिए उचित व्यवस्था न होने से बेहद नाराज हैं। ग्रामीणों ने इस समस्या का समाधान नहीं होने के चलते इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
आने-जाने में काफी समस्याओं का करना पड़ता हैं सामना
ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दल के प्रत्याशी बड़े-बड़े वादे करके हम लोगों से वोट ले लेते हैं और चुनाव के बाद हमें हमारे हाल पर छोड़ देते हैं। बता दें कि इस गांव में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। लोगों के घरों से निकलने वाला पानी मुख्य मार्ग पर ही भरा रहता है। जिससे स्कूल जाने वाले बच्चे, बूढ़े-बुजुर्ग और अन्य लोगों को आने-जाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला स्तरीय अधिकारियों तक इस समस्या के बारे में अवगत कराया गया, लेकिन हमारी समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है की इसी के चलते हम लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है।
डीएम को समस्या के बारे में अवगत कराया गया
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में जल निकासी नहीं होने के चलते कई सालों से गांव के मुख्य मार्ग पर लोगों के घरों का पानी भरा रहता है। गांव में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है इस समस्या को लेकर ग्राम प्रधान स्थानीय विकासखंड, एसडीएम,एडीएम और डीएम को समस्या के बारे में अवगत कराया गया और गांव में नाली बनवाने के लिए निवेदन किया गया। लेकिन अभी तक हमारे गांव में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि इस भीषण गर्मी में भी गांव का पानी मुख्य मार्ग पर भरा हुआ है। यह समस्या बारिश में और भी गंभीर हो जाती है। गांव के स्कूली बच्चे, बूढ़े-बुजुर्ग और अन्य लोग इस गांव से किसी तरह निकाल कर अपने कार्य करते हैं। इसी समस्या का समाधान नहीं होने के चलते ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया है। ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार करने के चलते सभी राजनीतिक दलों के साथ ही जिला प्रशासन के सामने भी मुश्किल खड़ी हो गई है।