KNEWS DESK- राजस्थान राज्य सहकारी संघ की वार्षिक आमसभा नेहरू सहकार भवन में आयोजित हुई। आमसभा में संघ को अधिक सशक्त बनाने की कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा की गई एवं विभिन्न प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया।
आमसभा को सम्बोधित करते हुए अतिरिक्त रजिस्ट्रार एवं राजस्थान राज्य सहकारी संघ के प्रशासक भोमा राम ने कहा कि संघ राज्य की एक गैर लाभकारी शीर्ष सहकारी संस्था है जिसका उद्देश्य सहकारिता आन्दोलन को मजबूत करना है। संघ द्वारा आयोजित किए जाने प्रशिक्षण कार्यक्रमों में वृद्धि किया जाना अपेक्षित है। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा वर्षपर्यंत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जिनमें संघ की भी महत्वपूर्ण भूमिका होनी चाहिए।
भोमा राम ने कहा कि ‘सहकार से समृद्धि’ योजना के अंतर्गत प्रत्येक सहकारी सदस्य को जागरूक बनाया जा रहा है। देश का हर पांचवां व्यक्ति किसी न किसी रूप में सहकारिता से जुड़ा हुआ है। इस नेटवर्क को और व्यापक बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने ‘सहकार से समृद्धि’ योजना की 54 पहलों के तहत नई समितियों के गठन, पैक्स कम्प्यूटराइजेशन, एम-पैक्स, गोदाम निर्माण, म्हारो खातो, म्हारो बैंक, एफपीओ और कार्मिक प्रशिक्षण आदि पर जोर दिया।
प्रशासक ने कहा कि राजस्थान राज्य सहकारी संघ द्वारा वर्ष 2025 के लिए एक अवधारणा पत्र तैयार किया गया है जिसके अंतर्गत सहकारिता से जुड़े प्रत्येक सदस्य को प्रचार-प्रसार एवं प्रशिक्षण के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। राज्य में संचालित विभिन्न योजनाओं को सदस्यों तक पहुंचाया जाएगा ताकि इनका लाभ सदस्यों को प्राप्त हो सकें।
अतिरिक्त रजिस्ट्रार एवं संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी इन्दर सिंह ने कहा कि इस वर्ष प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिक्षा और प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम गुणवत्तापूर्ण हों, इस पर खास फोकस रहेगा। प्रशिक्षण देने के लिए सहकारिता विभाग के अधिकारियों और निरीक्षकों का चयन किया जाएगा। साथ ही, सहकारी शिक्षा एवं प्रशिक्षण निधि के माध्यम से संघ के लिए पर्याप्त फंड जुटाया जाएगा तथा भामाशाहों का चिह्नीकरण भी किया जाएगा।
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