Knews Desk, शिरोमणि अकाली दल (SAD) की वरिष्ठ नेता और बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू से बठिंडा को एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में अपग्रेड करने और बठिंडा से कनाडा के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने का आग्रह किया, ताकि वहां पढ़ने वाले बड़ी संख्या में छात्रों के साथ-साथ दोनों गंतव्यों के बीच यात्रा करने वाले परिवारों को सुविधा मिल सके। बठिंडा की सांसद ने बोइंग विमानों का उपयोग करके प्रतिदिन दिल्ली-बठिंडा एलायंस हवाई उड़ान और क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान के तहत उड़ानें शुरू करने का भी आह्वान किया। उन्होंने श्री हजूर साहिब, नांदेड़ और श्री पटना साहिब के 2 पवित्र तख्तों को जोड़ने वाली उड़ानें शुरू करने का भी आग्रह किया।
विस्तृत जानकारी देते हुए हरसिरमत बादल ने कहा कि बठिंडा को पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के तीन राज्यों के आठ जिलों को जोड़ने वाले एक रणनीतिक केंद्र के रूप में स्थापित किया गया है, जो हरियाणा के सिरसा से लेकर राजस्थान के श्रीगंगानगर तक तथा पंजाब के संगरूर, मानसा, फिरोजपुर और फरीदकोट जिलों को शामिल करता है। उन्होंने कहा कि बठिंडा का महत्व भौगोलिक सीमाओं से भी आगे तक फैला हुआ है क्योंकि इसमें एशिया की सबसे बड़ी सेना छावनी, एक वायुसेना स्टेशन, एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय, एक प्रमुख तेल रिफाइनरी, तीन ताप विद्युत संयंत्र और सिखों के प्रतिष्ठित तख्त श्री दमदमा साहिब शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि चूंकि 300 किलोमीटर के दायरे में कोई हवाई अड्डा नहीं है, इसलिए शहर का हवाई अड्डा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में उन्नयन के लिए उपयुक्त मामला है। उन्होंने कहा कि चूंकि आठ जिलों सहित आस-पास के राज्यों के छात्र बड़ी संख्या में कनाडा में पढ़ रहे हैं, इसलिए बठिंडा से कनाडा के लिए उड़ानें शुरू की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि इससे एनआरआई के साथ-साथ उन परिवारों को भी सुविधा होगी जो दोनों स्थानों के बीच यात्रा करते हैं और वर्तमान में उन्हें दिल्ली में उतरना पड़ता है और फिर सड़क मार्ग से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अपने गंतव्यों तक जाना पड़ता है।
बादल ने कहा कि इसी तरह दिल्ली-बठिंडा एलायंस की रोजाना हवाई उड़ान शुरू करने से क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास होगा। उन्होंने कहा कि 2016 में दिल्ली-बठिंडा-दिल्ली उड़ान शुरू की गई थी और यह सप्ताह में पांच बार संचालित होती थी और इसमें 80 प्रतिशत यात्री सवार होते थे, लेकिन कोविड महामारी के दौरान इसे निलंबित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि सितंबर 2023 में एटीआर विमान का उपयोग करके बठिंडा-हिंडन-बठिंडा उड़ान शुरू की गई थी, इसे दिल्ली-बठिंडा एलायंस उड़ान से बदला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्री हजूर साहिब, नांदेड़ और श्री पटना साहिब के दो तख्तों को जोड़ने से सिख तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी और उन्होंने सिख समुदाय की इस लंबे समय से लंबित मांग को स्वीकार करने का आह्वान किया।