KNEWS DESK- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में राज्य के कई अस्पतालों, स्कूलों और शिक्षा संस्थानों का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उनका यह कदम सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है कि वे राज्य में बुनियादी ढांचे और सेवाओं में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
स्वास्थ्य और शिक्षा में बदलाव पर जोर
सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा सेक्टर में बदलाव को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उनका उद्देश्य सरकारी अस्पतालों, स्कूलों और अन्य संस्थानों की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाना है ताकि लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं मिल सकें। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि यह औचक निरीक्षण खामियां ढूंढने के लिए नहीं था, बल्कि सरकारी संस्थानों में कामकाजी परिस्थितियों और सेवाओं को सुधारने का एक तरीका था।
उपमंडल अस्पताल का निरीक्षण
मुख्यमंत्री ने उपमंडल अस्पताल का निरीक्षण करते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध बुनियादी सेवाओं, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति, तथा मरीजों के इलाज की गुणवत्ता को ध्यान में रखा। सीएम मान ने अस्पताल में सुधार के लिए कई सुझाव दिए और अस्पताल की व्यवस्थाओं को और बेहतरीन बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया।
शिक्षा संस्थानों में सुधार की दिशा में पहल
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न स्कूलों और शिक्षा संस्थानों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने शिक्षा प्रणाली में सुधार की दिशा में किए गए प्रयासों का मूल्यांकन किया और शिक्षकों, छात्रों और प्रशासन से फीडबैक लिया। उनका मानना है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सशक्त बना सकती है।
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
भगवंत मान ने इस निरीक्षण के दौरान यह भी कहा कि पंजाब सरकार का उद्देश्य सरकारी सेवाओं को सुधारने और जनता को बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, और अन्य सुविधाएं प्रदान करने का है। उन्होंने सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तरह से निभाएं और नागरिकों को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं देने के लिए समर्पण के साथ काम करें। मुख्यमंत्री भगवंत मान का अस्पतालों और स्कूलों का औचक निरीक्षण पंजाब सरकार की जनहित में निरंतर काम करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उनके इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सुधार के लिए गंभीर है। यह निरीक्षण न केवल सुधार की प्रक्रिया को गति देगा, बल्कि सरकारी सेवाओं को भी जनता के लिए और अधिक प्रभावी बनाएगा।