Knews Desk, पीएसपीसीएल ने पंजाब राज्य विद्युत नियामक आयोग (पीएसईआरसी) के समक्ष दायर अपनी वार्षिक राजस्व आवश्यकता याचिका में उल्लेख किया है कि आने वाले वर्ष में उसके द्वारा कोई आरईसी प्रमाणपत्र खरीदने की संभावना नहीं है। पीएसपीसीएल को विभिन्न नवीकरणीय स्रोतों से पर्याप्त सौर और गैर-सौर ऊर्जा आपूर्ति मिलेगी। 31 अगस्त, 2023 तक पंजाब में सौर संयंत्रों की स्थापित क्षमता 1300 मेगावाट है। 31 अगस्त 2023 तक भारत की सौर ऊर्जा स्थापित क्षमता 71.61 गीगावॉट थी। पीएसपीसीएल ने सौर ऊर्जा आपूर्ति को वर्तमान 1651 मेगावाट से बढ़ाकर 2024-25 में 4055 मेगावाट करने का अनुबंध किया।
पीएसपीसीएल को अनुबंधित विभिन्न नई सौर परियोजनाओं से अतिरिक्त 3622 मिलियन यूनिट प्राप्त होंगी। पंजाब के भीतर आने वाले सौर संयंत्र 354 मेगावाट के हैं। जबकि पंजाब के बाहर अनुबंधित सौर क्षमता 2150 मेगावाट है। अगले वित्तीय वर्ष में उपलब्ध कुल सौर ऊर्जा लगभग 8025 मिलियन यूनिट होगी। 2024 -25 के लिए आगामी सौर परियोजनाओं के लिए ऊर्जा दरें पंजाब के भीतर आने वाले तीन सौर संयंत्रों के लिए 2.65 से 2.75 रुपये प्रति यूनिट ली गई हैं। पंजाब के बाहर सोलर प्लांट के लिए पीएसपीसीएल 2.33 से 2.55 रुपये प्रति यूनिट पर बिजली खरीदेगी।
कुल अंतर्राज्यीय सौर ऊर्जा 884 मेगावाट है और 1302 मिलियन यूनिट का उत्पादन कर रही है। 2300 मिलियन यूनिट की अनुमानित आपूर्ति के साथ उपलब्ध अंतर-राज्य सौर ऊर्जा 767 मेगावाट है। दीर्घकालिक कुल आपूर्ति 4403 मिलियन यूनिट है। विभिन्न स्रोतों से कुल गैर-सौर ऊर्जा 3397 मिलियन यूनिट होगी। जिससे कुल 11422.33 मिलियन यूनिट नवीकरणीय ऊर्जा बनेगी। आरपीओ विनियम 2022 के अनुसार आरई के रूप में गिनी जाने वाली कुल बड़ी जल विद्युत परियोजनाएं 12277.27 मिलियन यूनिट हैं और पीएसपीसीएल के आरपीओ अनुपालन के लिए कुल आरई 23699.61 मिलियन यूनिट हैं। वर्ष 2022-23 के दौरान यह आंकड़ा 6586.65 मिलियन यूनिट था।