पंजाब में बाढ़ का कहर जारी, सीएम मान ने होशियारपुर खुद पहुंचे नाव लेकर, लोगों को बचाया

KNEWS DESK… पंजाब में एक बार फिर से बाढ़ आ गई है. पोंग और भाखड़ा बांधों से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद होशियारपुर, गुरदासपुर, कपूरथला और रूपनगर के कुछ इलाके जलमग्न हो गए हैं. बृहस्पतिवार रो होशियारपुर में बाढ़ के पानी में घिरे लोगों को रेस्कू करने के लिए स्वयं सीएम भगवंत मान नाव लेकर पहुंच गए. जिसके बाद सीएम ने उन लोगों को सुरक्षित बाहर निकलवाया.

दरअसल आपको बता दें कि होशियारपुर क्षेत्र में बाढ़ का अधिक पानी होने के चलते यहां के लोग अपने घरों की छतों पर डेरा डाले हुए थे. सीएम मान ने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि पंजाब में फिर से बाढ़ आ गई है. लेकिन मैं हर दिन हालात से वाकिफ हो रहा हूं. आज ग्राउंड जीरो पर होशियारपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. स्थानीय लोगों से बातचीत की और हौसला बनाए रखने की अपील की. समय कठिन है लेकिन एक के साथ दूसरा भी गुजर जाएगा. सरकार वादे के मुताबिक लोगों के सभी नुकसान की भरपाई करेगी. जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी.

सूत्रों के अनुसार सेना औऱ NDRF की टीमों ने 17 अगस्त को पंजाब के कपूरथला में बाढ़ग्रस्त गांवों से लगभग 300 लोगों को बचाया और प्रदेश के कुछ बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी रखा. कपूरथला के उपायुक्त करनैल सिंह ने बताया कि NDRF और सेना की टीमों ने बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए 6 नावें लगाकर सभी लोगों को बाहर निकालकर राहत शिविरों में भेज दिया गया है.

22 गांव बाढ़ के चपेट में आए 

जानकारी के लिए बता दें कि भाखड़ा बांध से अधिक पानी छोड़े जाने की वजह से आसपास के लगभग 22 गांवों में बाढ़ आ गई है. करनैल सिंह ने उम्मीद जताई है कि आज शाम तक स्थिति में सुधार होगा. उन्होंने आगे कहा कि कुछ बाढ़ प्रभावित लोग अपने खेतों का देखभाल के लिए डेरों में रह रहे हैं. जबकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लगभग 40 लोग अपने टूटे हुए घरों और मवेशियों को छोड़ने को तैयार नहीं हैं.

सीएम मान ने मुआवजा देने का दिया अश्वासन

पंजाब के सीएम भगवंत मान कल यानी 17 अगस्त को होशियारपुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे. जहां पर सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार के हेलीकाॅप्टर समेत पूरी सरकारी मशीनरी संकट की इस घड़ी में लोगों की सेवा में है.प्रदेश में बाढ़ के चलते हुए नुकसान का आकलन का पता लगाने के लिए पहले ही विशेष सर्वे का आदेश दिया है. भगवंत मान ने अश्वासन दिया है कि उनकी सरकार लोगों को मुवाअजा देगी. भले ही किसी ने बाढ़ के कारम एक मुर्गी या बकरी खो दी हो. मान ने आगे कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों की हरसम्भव मदद करने के लिए मौजूद है.

रूपनगर में स्थिति गम्भीर…24 घंटे बचाव कार्य कर रही सेना औऱ NDRF की टीमें

बता दें कि रूपनगर जिले में बाढ़ की वजह से स्थिति गम्भीर बनी हुई है. भाखड़ा बांध से सतलुज नदी में ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है.सेना बचाव कार्यों में सहायता कर रही है. NDRF  की टीमें दरारों को रोकने और बाढ़गएस्त इलाकों में फंसे लोगों को बचाने के लिए 24 घंटे काम कर रही है. पंजाब के मंत्री हरजोत सिंह बैंस जिले में डेरा डाले हुए हैं. बचाव कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं.

गुरदासपुर जिले के कुछ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कार्य में सेना और NDRF की टीमें भी मदद कर रही हैं. जिले में तीन दिनों से लोग घरों में फंसे हैं. ये बाहर नहीं जाना चाहते हैं. ऐसे में उनकी जांच के लिए चिकित्सा टीमों को नावों के जरिए घरों तक भेजा गया है. गुरुवार को अफसरों ने बताया कि कपूरथला के गांव तलवंडी कूका के मांड इलाके में ब्यास नदी में बाढ़ आई है. मवेशियों को बचाते वक्त एक व्यक्ति के डूबने की आशंका है.

जानकारी के लिए बता दें कि चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और उसके बाद पोंग और भाखड़ा बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के कुछ इलाकों में बाढ़ आई है. भाखड़ा और पोंग बांधों का प्रबंधन करने वाले भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड ने बुधवार को कहा कि वह अपने जलाशयों को सुरक्षित लेवल तक ले जाने के लिए अगले चार से पांच दिनों तक नियंत्रित तरीके से अतिरिक्त पानी छोड़ेंगे. सतलुज पर भाखड़ा बांध और ब्यास पर पोंग बांध दोनों भारी बारिश के बाद लबालब हैं. इससे पहले 9 से 11 जुलाई के बीच पंजाब के कई हिस्से मूसलाधार बारिश से प्रभावित हुए थे, जिससे खेतों और अन्य क्षेत्रों के बड़े हिस्से में पानी भर गया था. मान ने बताया कि भाखड़ा और पोंग बांधों में जल स्तर क्रमशः 1,676 फीट और 1,396 फीट है और पानी नियंत्रित तरीके से छोड़ा जा रहा है.

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