Knews Desk, राज्य में अत्याधुनिक पुस्तकालय स्थापित करने की अपनी मुहिम को जारी रखते हुए, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को संगरूर जिलों में 4.62 करोड़ की लागत से निर्मित 14 नए अत्याधुनिक पुस्तकालय समर्पित किए। मुख्यमंत्री ने कल्पना की कि ये पुस्तकालय राज्य में विकास और समृद्धि के अग्रदूत के रूप में कार्य करेंगे और कहा कि इस अग्रणी पहल का उद्देश्य राज्य के युवाओं में पढ़ने की आदतें विकसित करना है। उन्होंने कहा कि यह कदम युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में बराबर का भागीदार बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
भगवंत सिंह मान ने कल्पना की थी कि ये पुस्तकालय युवाओं की नियति को बदलने में काफी मदद करेंगे और नौकरशाह, वैज्ञानिक, डॉक्टर, टेक्नोक्रेट और अन्य पैदा करेंगे।
पुस्तकालयों में होंगी हाईटेक सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये विश्व स्तरीय पुस्तकालय अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे पुस्तक प्रेमियों के लिए स्वर्ग के रूप में कार्य करें। उन्होंने कहा कि एयर कंडीशनर, इनवर्टर, सीसीटीवी कैमरे, वाईफाई और अन्य हाईटेक सुविधाएं भी होंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये पुस्तकालय ज्ञान और साहित्य का सच्चा भंडार हैं। यह हम सभी के लिए बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि इस अत्याधुनिक पुस्तकालय में विभिन्न विषयों पर बहुमूल्य पुस्तकें हैं, जो पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित करती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकालयों के संग्रह में कुछ दुर्लभ और बहुमूल्य पुस्तकें शामिल हैं, जो पुस्तक प्रेमियों के लिए एक बड़ी संपत्ति होंगी। उन्होंने कल्पना की कि ये पुस्तकालय छात्रों की नियति को बदलने में गेम चेंजर साबित होंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि मकसद यह सुनिश्चित करना है कि युवा हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें और विभिन्न क्षेत्रों में राज्य की क्षमता साबित करने के लिए राज्य से रत्न पैदा हों।
पंजाब में खेलों को मिला है बढ़ावा
मुख्यमंत्री मान ने वार हीरोज स्टेडियम में 14 लाख रुपये की लागत से बने वेट लिफ्टिंग सेंटर और 92 लाख रुपये की लागत से एस्ट्रो टर्फ निर्माण का भी लोकार्पण किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में खेलों को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया है, जिससे युवाओं की असीम ऊर्जा का सकारात्मक दिशा में उपयोग हो रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार ने खिलाड़ियों को खेलों की तैयारी के लिए फंड दिया है, ताकि वे खेल प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका नतीजा यह है कि पिछले साल हुए एशियाई खेलों में पंजाबियों ने 19 पदक हासिल किए हैं, जो एशियाड की शुरुआत से लेकर अब तक के राज्यों में सबसे ज्यादा पदक हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह सभी के लिए बेहद गर्व और संतुष्टि की बात है क्योंकि भारतीय हॉकी दल में 10 खिलाड़ी पंजाब से हैं।
पंजाब का नाम रोशन कर रहे हैं खिलाड़ी
भगवंत सिंह मान ने यह भी कहा कि राज्य सरकार के कड़े प्रयासों के कारण राज्य के खिलाड़ी राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं और राज्य सरकार खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार और अन्य सुविधाएं देकर प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने फैसला किया है कि पूरे पंजाब में गणतंत्र दिवस की कोई भी परेड सिंथेटिक ट्रैक वाले किसी भी मैदान में आयोजित नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि परेड के दौरान राज्य और देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए कई झांकियां और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
सिंथेटिक पैड वाले स्टेडियम में नहीं होगी परेड
भगवंत सिंह मान ने कहा कि समारोहों में परेड के दौरान वाहनों और अन्य मशीनरी की आवाजाही से ट्रैक को नुकसान पहुंचता है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि ट्रैक के क्षतिग्रस्त होने से खिलाड़ियों को काफी असुविधा होती है, जो उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए राज्य सरकार ने सोच-समझकर सिंथेटिक पैड वाले किसी भी स्टेडियम में गणतंत्र दिवस परेड नहीं आयोजित करने का निर्णय लिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसके अनुसार गणतंत्र दिवस पर लुधियाना में होने वाला समारोह भी पीएयू में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार राज्य में खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों या खेल को किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए प्रतिबद्ध है। बुनियादी ढांचा अकल्पनीय है।