रिपोर्ट – अजहर मलिक
उत्तराखंड – प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था से अब प्रदेश में चिंता का विषय बनी हुई है| जहां कांग्रेस धामी सरकार को घेरने में लगी है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस को भाजपा नसीहत देने में लगी है और सीएम धामी के एक्शन का इंतजार कर रही है|
अपराध का ग्राफ बढ़ता हुआ
बता दें कि उत्तराखंड की शांत वादियों में इन दिनों जमकर अपराध का ग्राफ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है| प्रदेश में वेंटिलेटर पर जाती कानून व्यवस्था अब चिंता का विषय बनती जा रही है| उत्तराखंड में लगातार महिलाओं के उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं और उत्तराखंड में आम जनजीवन भी अब सुरक्षित नहीं है। महिलाओं पर शोषण के मामलों के साथ-साथ लूट डकैती, अपहरण के मामले भी प्रदेश में अब खूब सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर कांग्रेस भी चिंतित दिखाई दे रही है और प्रदेश में जगह-जगह प्रदर्शन कर अपना आक्रोश भी दिखा रही है|
रोपी को कानून और न्यायालय के जरिए सजा दी जानी चाहिए
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में महिला अपराधों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इन सब में बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम को उजागर नहीं किया गया। यही वजह है कि बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ा है और वह इस तरह के अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हरिद्वार में गौ तस्करी के आरोपी की पुलिस के सामने तालाब में डूबकर मौत भी सामान्य घटना नहीं है। किसी भी आरोपी को कानून और न्यायालय के जरिए सजा दी जानी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हरिद्वार में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता इस घटना की सीबीआई जांच की मांग के साथ एसएसपी हरिद्वार का घेराव करने जा रहे हैं।
महिलाओं के अपराधों को लेकर भाजपा के नेता भी चिंतित
प्रदेश में बढ़ते महिलाओं के अपराधों को लेकर भाजपा के नेता भी चिंतित हैं और धामी के एक्शन का इंतजार कर रहे हैं| साथ ही कांग्रेस को नसीहत भी दे रहे हैं कि हर चीज पर राजनीति नहीं की जाती| हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री धाकड़ धामी के नाम से जाने जाते हैं और कुछ ना कुछ उनका प्लान चल रहा होगा| जल्द ही हमें अपराधियों पर एक्शन देखने को मिलेगा।
प्रदेश में वेंटिलेटर पर पहुंची कानून व्यवस्था को लेकर एक तरफ कांग्रेस धामी सरकार को गिराने में लगी है तो दूसरी और भाजपा भी चिंतित है और धाकड़ फैसले का इंतजार कर रही हैं| बस अब देखने वाली बात होगी कि धामी सरकार कब रणनीति तैयार कर कानून व्यवस्था को फिर से पटरी पर लाते हैं।