बोली बीजेपी साईकिल करेंगे पंचर
लखनऊ- प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुये प्रदेश में राजनैतिक सरगर्मियाँ तो तेज हो ही गयीं हैं, लेकिन इस सीट पर यदि सबसे ज्यादा चर्चा किसी सीट की है तो वो है, सीएम योगी की सीट गोरखपुर सदर व दूसरी सीट पूर्व सीएम अखिलेश यादव की सीट मैनपुरी जनपद की करहल। सूूत्रों से मिली खबर के मुताबिक अखिलेश यादव मैनपुरी जनपद की करहल सीट से दावेदारी कर रहे हैं लेकिन इस सीट को लेकर बीजेपी ने सपा सुप्रीमों से सवाल करने शुरू कर दिये हैं। उनके करहल से चुनाव लड़ने पर सवाल करते हुये उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने जहाँ कहा है कि अखिलेश यादव ने सुरक्षित जगह चुनी है लेकिन हम फिर भी उन्हें चुनाव में शिकस्त देंगे तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि मैनपुरी में ही हम उनकी साइकिल पंचर कर देंगे।
यादव मतदाताओं के दबदबे वाली सीट है करहल
सूत्र बताते हैं कि अखिलेश यादव अपने पिता के संसदीय क्षेत्र रहे मैनपुरी जनपद की जिस करहल सीट से चुनाव लड़ रहे हैं वहाँ यादव मतदाताओं का दबदबा है, वहाँ यादव मतदाता अकेले ही करीब 30 प्रतिशत की तादाद में हैं,जोकि निर्णायक माने जाते हैं उधर इस क्षेत्र में अनुसूचित जातियों के वोटर भी अच्छी खासी तादाद में रहते हैं, इनकी आबादी करीब 16 प्रतिशत बताई जा रही है। इसके अलावा ठाकुर आबादी करीब 13 प्रतिशत है ब्राह्मण की 12 प्रतिशत और मुस्लिम मतदाता 5 प्रतिशत हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की लहर के बावजूद सपा उम्मीदवार सोबरन यादव को एक लाख से ज्यादा वोट मिले थे और उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी प्रेम शाक्य को 38 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। करीब 20 साल पहले 2002 में आखिरी बार बीजेपी इस सीट से जीती थी. उस वक्त सोबरन यादव बीजेपी के उम्मीदवार थे लेकिन उसके बाद से लगातार इस सीट पर यादव परिवार का दबदबा रहा और वो लगातार इस सीट से चुनाव जीतते रहे। अगर राजनीति में मैनपुरी लोकसभा सीट की बाद करें तो मैनपुरी सीट से मुलायम सिंह यादव लगातार 9 बार तक सांसद रह चुके हैं।