KNEWS DESK, झारखंड का सरायकेला विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए आरक्षित है। इस क्षेत्र में इस बार मुकाबला दिलचस्प होने वाला है क्योंकि बीजेपी और जेएमएम दोनों ने ही आपस में अपने प्रतिद्वंदी बदल लिए हैं।
सरायकेला 2005 से झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ रहा है। झारखंड के बिहार से अलग होने के बाद पहले विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक हुए चारों चुनाव चंपई सोरेन ने जेएमएम के टिकट पर जीते हैं। वहीं इस बार चंपई सोरेन बीजेपी के टिकट पर सरायकेला से चुनाव लड़ रहे हैं। इतना ही नहीं पिछले दो चुनावों से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले गणेश महली इस बार जेएमएम की तरफ से चुनावी मैदान में हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी उम्मीदवार चंपई सोरेन का दावा है कि झारखंड में बीजेपी की लहर है और उनकी पार्टी ही आदिवासियों को सही मायने में इंसाफ दे सकती है। जेएमएम के उम्मीदवार गणेश महली को उम्मीद है कि इस बार जनता उनका साथ देगी। सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में आदित्यपुर इंडस्ट्री एरिया होने के बावजूद लोगों के बीच रोजगार एक बड़ा मुद्दा है। वहीं कई वोटरों ने अच्छे कॉलेज और अस्पताल की मांग की है। बता दें कि सरायकेला उन 43 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है जहां 13 नवंबर को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे। 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में दूसरे चरण की वोटिंग 20 नवंबर को होगी जबकि नतीजे 23 नवंबर को आएंगे।