KNEWS DESK, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान एक बार फिर से कार्रवाई करते हुए रांची में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय चौबे और उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई शराब घोटाले के मामले में की गई है।
ईडी द्वारा की गई इस छापेमारी में अधिकारियों के करीबी रिश्तेदारों और चार्टर्ड एकाउंटेंट के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया। यह मामला पहले ही छत्तीसगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से जुड़ा हुआ है, जिसमें विनय चौबे और गजेंद्र सिंह का नाम शामिल है। वहीं रांची के विकास कुमार ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया था, जिसके बाद रायपुर में प्राथमिकी दर्ज की गई। आवेदन में आरोप लगाया गया था कि शराब घोटाले की साजिश रायपुर में रची गई थी और आबकारी नीति में बदलाव के लिए दबाव डाला गया था।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब ईडी ने शराब घोटाले के मामले में कार्रवाई की है। पिछले महीने ईडी ने झारखंड के सात जिलों और बंगाल के दो जिलों में कुल 33 ठिकानों पर छापे मारे थे। उस दौरान वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव के बेटे रोहित उरांव और शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी। बाद में योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया था और ईडी ने उनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया था। जिसमें शराब व्यापार के लिए बालू और जमीन कारोबार की कमाई का उपयोग करने का आरोप था।