सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी अब इस साल नहीं, NASA ने कर दिया साफ

KNEWS DESK- नासा ने शनिवार, 24 अगस्त को पुष्टि की है कि भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी इस साल संभव नहीं हो सकेगी। दोनों अंतरिक्ष यात्री जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंचे थे। हालांकि, कैप्सूल में तकनीकी खामी के कारण उनकी वापसी को अगले साल तक टालना पड़ा है।

नासा के प्रमुख बिल नेल्सन ने बताया कि स्टारलाइनर के प्रपल्शन सिस्टम में गंभीर खराबी आने के कारण इस यान से पृथ्वी पर लौटना जोखिम भरा हो सकता है। इसके चलते, सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अब स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन रॉकेट में यात्रा करनी होगी। नासा ने यह भी खुलासा किया कि फरवरी 2025 में दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी पर वापसी की उम्मीद है।

स्पेसएक्स की भूमिका और बोइंग की मुश्किलें

स्पेसएक्स, एलन मस्क की कंपनी, बोइंग का प्रमुख प्रतिद्वंदी है, और अब नासा ने इन अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन का विकल्प चुना है। बोइंग के स्टारलाइनर को लंबे समय से गुणवत्ता संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 2016 में बोइंग ने स्टारलाइनर के विकास के लिए 1.6 बिलियन डॉलर का बजट तय किया था, लेकिन अब यह लागत काफी बढ़ चुकी है। इसके बावजूद, स्टारलाइनर अपनी अपेक्षाओं पर खरा उतरने में विफल रहा है।

अंतरिक्ष में 80 दिनों का लंबा प्रवास

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने 5 जून को स्टारलाइनर के जरिए ISS के लिए उड़ान भरी थी। तकनीकी समस्याओं के चलते, विशेष रूप से हीलियम गैस के रिसाव के कारण, उनका वापस लौटना टल गया था। 80 दिनों से अधिक समय से वे अंतरिक्ष में फंसे हैं, और इस दौरान सभी प्रयासों के बावजूद रिसाव को ठीक नहीं किया जा सका। अब, सुनीता और बुच की वापसी की प्रक्रिया स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन के जरिए होगी, जिसमें उनकी वापसी के लिए दो सीटें रिजर्व की जाएंगी।

भविष्य की योजनाएं

नासा का कहना है कि अगले महीने एक नियमित अंतरिक्ष यात्री रोटेशन मिशन के हिस्से के रूप में स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन को लॉन्च किया जाएगा। इसके साथ ही, स्टारलाइनर कैप्सूल ISS से बिना किसी क्रू के पृथ्वी पर लौटने का प्रयास करेगा। इस स्थिति ने नासा और अंतरिक्ष समुदाय को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए नए और अधिक सुरक्षित समाधान की आवश्यकता होगी।

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