KNEWS DESK- इन दिनों बांग्लादेश हिंसा की आग में झुलस रहा है। इसी बीच बड़ी जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है लेकिन अभी तक इस बात की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। खबरें ये हैं कि सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से भारत के लिए रवाना हो गई हैं।
बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं और राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना की तैनाती कर दी गई है। सड़कों से पुलिस को हटा दिया गया है। सत्तारूढ़ अवामी लीग और मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के शीर्ष नेतृत्व के बीच सेना हेडक्वार्टर में बड़ी बैठक हो रही है। बता दें कि अब तक हुई हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई जिसमें 19 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
बांग्लादेश के हालात ऐसे क्यों?
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बांग्लादेश के हालात ठीक वैसे ही बनते जा रहे हैं, जैसे कुछ समय पहले पाकिस्तान के थे। पाकिस्तान की तरह ही अंदरूनी कलह से जूझ रहे बांग्लादेश में लॉन्ग मार्च का आह्वान किया। छात्र नेताओं ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सविनय अवज्ञा आंदोलन की घोषणा की है।
छात्रों का लॉन्ग मार्च क्यों?
बांग्लादेश में छात्र प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए देशव्यापी कर्फ्यू को धता बताते हुए राजधानी ढाका तक लॉन्ग मार्च के लिए जुटे हैं। एंटी डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट ने एक दिन के लॉन्ग मार्च का आह्वान किया था। इस लॉन्ग मार्च के मद्देनजर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी और बख्तरबंद गाड़ियों को सड़कों पर गश्ती करते देखा जा सकता है।
खबरों के मानें तो इस प्रोटेस्ट के समन्वयक आसिफ महमूद ने कहा कि इस सरकार ने कई छात्रों का कत्ल किया है। अब समय आ गया है कि सरकार को अपने कर्मों का हिसाब देना होगा। सोमवार यानी आज हर छात्र ढाका का रूख कर रहा है।
एक छात्र ने कहा कि हमें कोई भी मार्च करने से नहीं रोक सकता। अगर हमारा उनसे सामना होगा, तो बांग्लादेश को आजाद कराएंगे। मैं सेना के अपने भाइयों से कहना चाहता हूं कि तानाशाहों का साथ नहीं दें या तो आप लोगों का साथ दें या फिर निष्पक्ष रहें। इसके साथ ही सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया गया है कि सरकार इस तय अवधि के भीतर बंद की गई सभी यूनिवर्सिटीज को दोबारा खोल दे।
ये भी पढ़ें- पर्यटन एवं संस्कृति विभाग मंत्री जयवीर सिंह आज पहुंचे मथुरा, जन्माष्टमी उत्सव की तैयारी को लेकर दिए दिशा निर्देश