KNEWS DESK- हल्दी, जिसे भारतीय रसोई में एक महत्वपूर्ण मसाले के रूप में जाना जाता है, केवल खाने का स्वाद और रंग ही नहीं बढ़ाती, बल्कि इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसके औषधीय गुणों और पोषक तत्वों की वजह से हल्दी वजन घटाने में भी सहायक हो सकती है। जानिए हल्दी को वेटलॉस के लिए कैसे उपयोग में लाया जा सकता है और इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ क्या हैं।
हल्दी से वेटलॉस के 3 असरदार तरीके
हल्दी-शहद मिक्सचर हल्दी और शहद का संयोजन वजन घटाने में मदद कर सकता है। इसके लिए एक चम्मच हल्दी पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर एक गिलास गर्म पानी के साथ सुबह खाली पेट पिएं। कच्ची हल्दी का उपयोग करने से अधिक प्रभावी परिणाम मिल सकते हैं। यह मिक्सचर आपके मेटाबॉलिज़्म को सुधारने और चर्बी को घटाने में मदद कर सकता है।
हल्दी और दालचीनी की चाय हल्दी और दालचीनी का संयोजन एक स्वास्थ्यवर्धक चाय तैयार करता है, जो वजन घटाने में सहायक हो सकती है। एक पैन में पानी उबालें और उसमें आधा चम्मच हल्दी पाउडर और एक इंच दालचीनी की छड़ी डालें। इसे अच्छे से उबालकर कप में निकालें और हल्का ठंडा करके पिएं। यह चाय न केवल वजन कम करने में मदद करती है, बल्कि शरीर को गर्मी भी प्रदान करती है।
हल्दी वाला दूध हल्दी वाला दूध वजन घटाने के लिए एक और प्रभावी तरीका है। एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर पिएं। यदि कच्ची हल्दी उपलब्ध हो, तो उसे घिसकर दूध में डालकर पका सकते हैं। हल्दी वाला दूध आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के साथ-साथ मेटाबॉलिज़्म को भी बढ़ावा देता है।
कब करें सेवन?
हालांकि, इन वेटलॉस ड्रिंक्स का सेवन किसी भी समय किया जा सकता है, लेकिन सुबह खाली पेट इनका सेवन करने से अधिक लाभ मिल सकता है। खाली पेट इन ड्रिंक्स का सेवन करने से शरीर में तेजी से बदलाव आ सकता है और वजन घटाने में मदद मिल सकती है। नियमित रूप से इन ड्रिंक्स का सेवन करने पर 7-8 दिनों में ही आपको सकारात्मक परिणाम दिखने लगेंगे।
हल्दी के अन्य स्वास्थ्य लाभ
कैंसर की रोकथाम: हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंसर की रोकथाम में मदद कर सकते हैं।
स्किन की रंगत सुधारना: हल्दी का उपयोग त्वचा की रंगत सुधारने और उसे चमकदार बनाने के लिए किया जा सकता है।
इम्यूनिटी बूस्टर: रोजाना हल्दी का सेवन शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है, जिससे बीमारियों से बचाव होता है।
चोटों का इलाज: हल्दी चोटों के उपचार में भी सहायक होती है, यह रक्तस्राव को रोकने और घाव भरने में मदद करती है।