Knews Desk, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहरलाल खट्टर के बीच चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन में बैठक हुई। बैठक में हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद रहे। हिमाचल भवन में दो घंटे चली बैठक में मनोहरलाल के मंत्रालय से सम्बंधित हिमाचल प्रदेश की परियोजनाओं को लेकर समीक्षा हुई। बैठक के बाद मनोहर लाल ने कहा की मुझे ऊर्जा, आवास और शहरी मंत्रालय की जो जिम्मेवारी मिली है, उसी के तहत सभी प्रदेशों में जाकर इन विभागों के प्रोजेक्ट्स की समीक्षा की जा रही है। वहीं ऐसे प्रोजेक्ट्स जो भविष्य में लाए जा सकते है उनपर भी चर्चा की जा रही है।
‘हाइड्रो प्रोजेक्ट पर हुई चर्चा’
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ हिमाचल में चल रहे कार्यों पर चर्चा और समीक्षा हुई है। हिमाचल में बिजली को लेकर चल रहे हाइड्रो प्रोजेक्ट पर चर्चा हुई है। अर्बन डवलेपमेंट में भी केंद्र की तरफ से भेजे जा रहे ग्रांट के उपयोग की भी समीक्षा की गई है। वहीँ, नए शहर बनाए जाने को लेकर भी चर्चा हुई है। हिमाचल प्रदेश में जिस गति से कार्य हुए है वह उत्कृष्ट है और उसके लिए हिमाचल बधाई का पात्र है। हिमाचल के लिए स्पेशल बजट को लेकर मनोहर लाल ने कहा की इन मांगों को कैबिनेट के सामने रखकर फैसला लिया जाएगा।
‘स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की अवधि बढ़ाई’
बजट को लेकर मनोहरलाल ने कहा की बजट को लेकर रिव्यू बैठके की जा चुकी है। अब 22 जुलाई से बजट सेशन शुरू होगा और 23 जुलाई को बजट पेश होगा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर मनोहर लाल खट्टर ने कहा की पहले से चल रहे प्रोजेक्ट की समय अवधि बधाई गई है, जिसे 2025 तक किया गया है। 29 शहरों में से 10 शहरों का चयन किया जाना है उनमें से एक हिमाचल का भी शहर हो सकता है।
‘कोर्ट के निर्णय के बाद होगा फैसला’
शानन प्रोजेक्ट को लेकर मनोहर लाल ने कहा की इस बैठक में इस पर कोई चर्चा नहीं है, लेकिन मेरे संज्ञान में यह मामला है। शानन प्रोजेक्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। कोर्ट के फैसले के आधार पर ही उसे लेकर फैसला लिया जाएगा।
पड़ोसी होने का मिलेगा फायदा
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा की बिजली, अर्बन डेवलेपमेंट और स्मार्टसिटी आदि के प्रोजेक्ट को लेकर सकारात्मक बैठक हुई है। हम उम्मीद करते है की पडोसी होने का फायदा हमें मनोहर लाल से मिलेगा। हिमाचल के अधिकारों के सम्बंधित प्रोजेक्ट शानन आदि को लेकर भी पहले चर्चा हुई है। बैठकों से संवाद स्थापित होता है और समस्याओं का समाधान संभव होता है।