KNEWSDESK- लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया है। 7 चरणों में चुनाव हैं। एक ओर पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस है दूसरी ओर पार्टियों के बड़े – बड़े नेता अपने लोगों का नाम आगे कर रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। उन्होंने अपने बेटे के बारे में बात करते हुए कहा कि दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भी रोहतक सीट से मैदान में उतारने की बातें चल रही हैं। ऐसा कोई इरादा नहीं है कि हम दोनों लड़ेंगे।
जब मीडिया ने उनसे पूछा कि हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कब होगा। इसका जवाब देते हुए कहा कि पार्टी अगले कुछ दिनों में उम्मीदवारों के नाम जारी करेगी। जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा में 10 लोकसभा की सीटें हैं। छठे चरण में मतदान होंगे। इसके साथ ही पूर्व सीएम ने कुरुक्षेत्र की सीट को लेकर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी पर तंज करते हुए कहा कि बड़े नेता मुकाबले से भाग रहे हैं। दरअसल भपेंद्र सिंह हुड्डा ने 2019 का लोकसभा चुनाव सोनीपत से लड़ चुके हैं। इन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। इनके बेटे दीपेंद्र को भी रोहतक से करारी हार मिली थी। इस समय दीपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा से राज्य सभा सांसद हैं।
संसदीय चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं
दीपेंद्र सिंह हुड्डा को रोहतक सीट से उतारने की अटकलें लग रही हैं। इस पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ऐसा कोई इरादा नहीं है कि हम दोनों लड़ेंगे। मैं (हरियाणा में) विपक्ष का नेता भी हूं और विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। ऐसे में मेरा संसदीय चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इसपर अंतिम निर्णय पार्टी द्वारा लिया जाएगा। इसके साथ ही उ अगर पार्टी के वरिष्ठ नेता, रणदीप सिंह सुरजेवाला या कुमारी शैलजा, लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो हमें खुशी होगी।