KNEWS DESK- शनिवार को सीतापुर में हुए पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई हत्याकांड में शक की सुईयां लेखपालों के इर्द-गिर्द घूम रही है। सूत्रों के अनुसार पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई ने अपने समाचार पत्र में विगत कई दिनों से धान खरीद घोटाले व स्टांप घोटाले की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसके बाद प्रशासन ने इन घोटालों के खिलाफ जमकर कार्रवाई अमल में लाई थी। प्रशासन द्वारा की गई जांच से घोटालों में शामिल लेखपाल पत्रकार से खासा नाराज थे।
सूत्रों के अनुसार, इन नाराज लेखपालों में से एक लेखपाल ने विगत दिनों पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई को धमकी भी दी थी। अपर पुलिस अधीक्षर डॉ प्रवीण रंजन ने बताया कि अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है। इस मामले में कुछ लेखपालों से भी पूछताछ जारी है। पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। घटना के खुलासे के लिए चार टीमें लगी हुई हैं।
हत्याकांड में तीन युवकों पर शक गहराया शक
सीतापुर पत्रकार हत्याकांड में जिले के बैजनाथ कॉलोनी निवासी तीन युवकों पर हत्या करने का शक गहराता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, ये तीनों युवक पैसे लेकर हत्या करने का काम करते हैं और पहले भी इन लोगों ने कई वारदातों को अंजाम दिया है। सूत्र बताते हैं कि इन तीन युवकों में से एक युवक को पुलिस ने पूछताछ के लिए उठा भी लिया है।
गहमागहमी के बीच हुआ अंतिम संस्कार
पत्रकार राघवेन्द्र की हत्या के बाद परिजनों द्वारा हत्यारोपियों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था। जिसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों के मनाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के माने थे। रविवार को सुबह गहमागहमी के बीच नैमिष घाट में पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई का अंतिम संस्कार किया गया।
जिलाधिकारी को पत्र सौंप की ये मांग
पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई की हत्या के बाद सीतापुर में उबाल की स्थिति है। ऐसे में परिजनों ने पत्रकार संगठनों की उपस्थिति में जिलाधिकारी को पत्र सौंपकर घटना में शामिल लोगों की जल्द गिरफ्तारी की माँग की है। पत्र में परिजनों ने एक करोड़ की आर्थिक सुरक्षा, सरकारी नौकरी, मृतक के बच्चों की शिक्षा में मदद की बात लिखी गई है।