1 मई को डोली में होना था विदा,न जाने होने वाले पति से किस बात से हुई खफा,फांसी लगाकर दी जान

रिपोर्ट: रण विजय सिंह 

अमेठी: मां से यह कहकर नहाने को कहकर आई युवती ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, जब मां ने घर में आकर देखा तो बेटी फांसी के फंदे से लटकी हुई है.सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

उत्तर प्रदेश के अमेठी के फुरसतगंज थाना क्षेत्र के हिन्दू का पुरवा मजरे सरवन गांव निवासी राम सागर के दो पुत्र व पांच बेटियां थीं जिसमें सबसे बड़ी बेटी अराधना थी,वहीं मृतक युवती की उम्र 20 वर्ष के लगभग थी और उसके पिता ने विवाह तय कर दिया था जिसकी 1 मई को बारात आनी थी लेकिन ऊपर वाले को कुछ और ही मंजूर था,

परिजनों ने बताया 

परिवार के सदस्यों ने बताया की जिस लड़के से शादी तय थी उसी लगभग 2 :30 बजे के करीब फोन आया था और बात चीत हो रही थी,तभी किसी बात को लेकर फोन पर ही दोनों का झगड़ा व विवाद हुआ और तभी आराधना ने मोबाइल को जमीन पर पटक दिया और ऊपर कमरे में चलीं गई और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

पिता गए थे शादी का कार्ड छपवाने

वहीं घटना के वक्त मां गांव में ही परचून की दुकान पर गई भी पिता जी शादी का कार्ड छपवाने रायबरेली गए हुए थे, सभी बहनें सब घर के बाहर थी घटना की जानकारी तब हुई जब दुकान से मां वापस आई और नाम लेकर आवाज लगाई लेकिन कोई जवाब नहीं आया तो पूरे घर में देखा तो आराधना नहीं दिखाई पड़ी फिर छत के ऊपर बने कमरे में गई तो देखा कि आराधना का शव फंदे से झूल रहा है तभी एका एक जोर से रोना पीटना चिल्लाना शुरू दिया, रोने चिल्लाने की आवाज़ सुनकर घर व गांव के लोग दौड़ के ऊपर पहुंचे तो लटकते शव को देख सभी होश उड़ गए रह गये.

वहीं युवती के  परिजनों ने लडके पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया.

वहीं सूचना पर पहुंचे फुरसतगंज थाना प्रभारी रामराज कुशवाहा ने तहकीकात कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और जिस मोबाइल से बातचीत हुई थी उसको भी जांच पड़ताल के लिए जमा करा लिया.

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