KNEWS DESK- ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 11 जनवरी को मुंबई में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में कप्तान रोहित शर्मा, मुख्य कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर सहित अन्य प्रमुख अधिकारी शामिल हुए। बैठक में भारतीय क्रिकेट के भविष्य को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सुझाव और फैसले लिए गए, जिनमें से एक बड़ा प्रस्ताव खिलाड़ियों की सैलरी को उनके प्रदर्शन के आधार पर तय करने का था।
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में यह सुझाव दिया गया कि खिलाड़ियों के वेतन को अब उनके प्रदर्शन पर आधारित किया जाए। इस प्रस्ताव का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ी अपनी जिम्मेदारी को समझें और अपनी परफॉर्मेंस के अनुसार वेतन प्राप्त करें। यदि किसी खिलाड़ी का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं होता है, तो उसे वेतन में कटौती का सामना करना पड़ सकता है। एक सूत्र ने कहा, “यह सुझाव था कि खिलाड़ियों को ज्यादा जवाबदेह ठहराया जाए, और अगर उनका प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं होता है, तो उनकी सैलरी में कटौती की जाए।”
BCCI ने पिछले साल अपने टेस्ट खिलाड़ियों के लिए एक नई प्रणाली की शुरुआत की थी, जिससे उनका मनोबल बढ़ाने की कोशिश की गई थी। इसके तहत, जो खिलाड़ी एक सीजन में 50% से अधिक टेस्ट मैच खेलते हैं, उन्हें प्रति मैच 30 लाख रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन मिलता है। वहीं, जिन खिलाड़ियों ने एक सीजन में कम से कम 75% मैच खेले हैं, उनके लिए यह राशि प्रति मैच 45 लाख रुपये हो जाती है। यह प्रणाली खिलाड़ियों को प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से लागू की गई थी।
समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने यह भी चर्चा की कि कुछ खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को उतना महत्व नहीं दे रहे हैं। यह देखा गया है कि कुछ खिलाड़ी भारत के टेस्ट मैच हारने के बाद उतनी गंभीरता और निराशा नहीं दिखाते। टीम मैनेजमेंट टेस्ट क्रिकेट के महत्व को पूरी तरह से समझता है, लेकिन कुछ खिलाड़ी इसे अधिक महत्व नहीं देते, जो भारतीय क्रिकेट के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
इन चर्चाओं के बाद, यह साफ हो गया कि BCCI खिलाड़ियों से अधिक जिम्मेदारी और पेशेवर दृष्टिकोण की उम्मीद करता है। भारतीय क्रिकेट को मजबूती देने के लिए यह आवश्यक है कि खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और अपनी परफॉर्मेंस से टीम के प्रदर्शन में सुधार लाने की दिशा में काम करें।
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