एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया की करारी हार, WTC के फाइनल में पहुंचने की राह हुई मुश्किल

KNEWS DESK, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का दूसरा मैच एडिलेड के एडिलेड ओवल मैदान पर खेला गया। इस मुकाबले में भारतीय टीम को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर आ गई है। सीरीज का पहला मैच पर्थ में खेला गया था, जहां भारतीय टीम ने शानदार जीत दर्ज की थी। हालांकि इस बार ऑस्ट्रेलियाई टीम पलटवार करने में कामयाब रही।

WTC पॉइंट्स टेबल में हुए बदलाव 

एडिलेड टेस्ट से पहले भारत का जीत प्रतिशत 61.11 था और वह पहले स्थान पर था। लेकिन इस हार के बाद भारतीय टीम तीसरे स्थान पर आ गया है और उसका जीत प्रतिशत घटकर 57.29 हो गया है। वहीं ऑस्ट्रेलिया का जीत प्रतिशत 57.69 से बढ़कर 60.71 हो गया है और वह पहले स्थान पर पहुंच गया है। दक्षिण अफ्रीका 59.26 जीत प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर है। भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की राह अब और कठिन हो गई है। टीम के पास अभी भी सीरीज के तीन मैच बाकी हैं, जिनमें जीत हासिल करके वह अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है।

भारत के फाइनल में पहुंचने के संभावित रास्ते

अगर भारतीय टीम सीरीज के बचे हुए तीनों मैच जीत लेती है, तो वह सीरीज को 4-1 से अपने नाम कर लेगी और सीधे फाइनल में पहुंच जाएगी और अगर भारत 3-1 से सीरीज जीतता है, तो फाइनल में पहुंचने की संभावना बढ़ जाएगी, बशर्ते दक्षिण अफ्रीका श्रीलंका को अपने मुकाबले में हराए। इस स्थिति में भारतीय टीम को श्रीलंका के प्रदर्शन पर निर्भर रहना होगा। श्रीलंका को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कम से कम एक मैच ड्रॉ करना होगा। वहीं अगर सीरीज 2-2 से समाप्त होती है, तो भारत को दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के मुकाबलों के परिणामों पर निर्भर रहना होगा।

एडिलेड टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन

एडिलेड टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी ने निराश किया। पहली पारी में टीम सिर्फ 180 रन पर सिमट गई, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 337 रन बनाकर 157 रनों की मजबूत बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए और पूरी टीम 175 रनों पर ढेर हो गई। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 57 रन देकर 5 विकेट लिए। स्कॉट बोलैंड ने भी 3 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। इसके अलावा भारत की दूसरी पारी में नीतीश रेड्डी ने 47 गेंदों में 42 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली, लेकिन अन्य बल्लेबाज बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे। साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने न केवल यह मैच 10 विकेट से जीता, बल्कि डे-नाइट टेस्ट में अपने अजेय रिकॉर्ड को भी बरकरार रखा। सीरीज के अगले मुकाबले अब और रोमांचक हो गए हैं, क्योंकि दोनों टीमें फाइनल की दौड़ में बनी हुई हैं।

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