KNEWS DESK, ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव का प्रभाव भारतीय शेयर बाजार में साफ देखा गया है। 2 अक्टूबर को ईरान के इजराइल पर मिसाइल हमले के बाद, जब 3 अक्टूबर को बाजार खुला, तो बीएसई सेंसेक्स में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जबकि एनएसई निफ्टी भी 300 अंक से ज्यादा गिरकर खुला।
बाजार की शुरुआत और गिरावट
बीएसई सेंसेक्स 83,002.09 अंक पर खुला और तेजी से गिरकर 850 अंक के करीब पहुंच गया। हालांकि सुबह 9:30 बजे के आसपास बाजार ने कुछ सुधार दिखाना शुरू किया और सेंसेक्स की गिरावट लगभग 550 अंक पर आ गई। प्री-ओपन मार्केट में सेंसेक्स ने 1,264.2 अंक की गिरावट देखी थी। इसी तरह एनएसई निफ्टी 345.3 अंक की गिरावट के साथ 25,452.85 अंक पर खुला। शुरुआती गिरावट के बाद यह भी जल्दी सुधार की ओर बढ़ा और गिरावट लगभग 200 अंक की रह गई।
निवेशकों का बड़ा नुकसान
बाजार में बाद में सुधार के संकेत दिखे, लेकिन शुरुआती गिरावट ने निवेशकों को लगभग 6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 5.63 लाख करोड़ रुपये घटकर 4.69 लाख करोड़ रुपये पर आ गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति
ईरान के हमले के बाद वैश्विक बाजारों में भी अस्थिरता का डर था। हालांकि 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बाजार में ट्रेडिंग के दौरान ईरान-इजराइल विवाद का असर अपेक्षाकृत कम देखा गया। जापान के निक्की 225 इंडेक्स में 2% की वृद्धि हुई, जबकि अमेरिका के एसएंडपी 500 इंडेक्स में 0.79 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। डाउ जोन्स में भी 39.55 पॉइंट की बढ़त देखने को मिली। आईटी कंपनियों का प्रमुख इंडेक्स नैस्डेक भी 14 पॉइंट की मजबूती के साथ ग्रीन जोन में रहा। इसके अलावा चीन का सीएसआई 300 इंडेक्स 314 पॉइंट और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 249 अंक की वृद्धि में रहा। केवल हांग कांग का हेंग शेंग इंडेक्स 700 अंक तक गिरावट में रहा।