KNEWS DESK – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सेमीकॉन इंडिया 2024 में की गई अपील के मात्र 24 घंटे के भीतर, भारत ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत भारत और वैश्विक सेमीकंडक्टर निकाय, सेमी, और इसके समकक्ष भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए) ने मिलकर एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। यह समझौता भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत करने और इसे वैश्विक मानचित्र पर एक प्रमुख खिलाड़ी बनाने के उद्देश्य से किया गया है।
हर इलेक्ट्रॉनिक्स में लगें भारतीय चिप्स
पीएम मोदी ने 11 सितंबर को सेमीकॉन इंडिया 2024 में संबोधित करते हुए कहा था कि उनका सपना है कि दुनिया के हर इलेक्ट्रॉनिक्स में भारतीय चिप्स लगें। इस सपने को साकार करने के लिए, समझौते के तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए) अब सेमी का हिस्सा बन जाएगा। सेमी, जो कि सेमीकॉन इंडिया जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजक है, इस साझेदारी के माध्यम से भारत में सेमीकंडक्टर क्षेत्र के विकास में योगदान देगा।
इस समझौते से भारत को एक मजबूत और प्रभावी सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के निर्माण में मदद मिलेगी। दोनों संगठनों के सहयोग से, भारत में सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन को मजबूती देने के लिए ठोस रणनीतियों की पहचान की जाएगी। इसके साथ ही, भारत के लिए वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजार में एक महत्वपूर्ण उपस्थिति बनाने की संभावना भी बढ़ेगी।
आर्थिक और नवाचार लाभ
आईईएसए के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा कि यह समझौता भारत, सेमी, और आईईएसए के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इससे भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग का ऊर्जा केंद्र बनने का अवसर मिलेगा, जो देश की आर्थिक वृद्धि को तेजी से बढ़ावा देगा और नवाचार को प्रोत्साहित करेगा।
पॉलिसी प्रोत्साहन
इस समझौते के तहत संयुक्त नीति वकालत प्रयासों की दिशा भी निर्धारित की गई है। इसमें आईईएसए और सेमी उत्पाद विकास और विनिर्माण के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेंगे, और उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) और डिजाइन से जुड़े प्रोत्साहन (डीएलआई) जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का लाभ उठाएंगे।