KNEWS DESK – मेघना गुलजार की फिल्म सैम बहादुर भले ही बॉक्स ऑफिस पर ज़्यादा सफलता न पा सकी हो, लेकिन इसका फैन बेस बहुत मजबूत और भावुक है। विक्की कौशल ने इस फिल्म में भारत के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ का किरदार निभाया, जिसे दर्शकों और आलोचकों ने खूब सराहा। हालांकि फिल्म संदीप वांगा रेड्डी की एनिमल के साथ रिलीज हुई थी, फिर भी विक्की की परफॉर्मेंस ने उन्हें अलग पहचान दिलाई।
चुनौतीपूर्ण किरदार
एक इंटरव्यू में विक्की कौशल ने सैम मानेकशॉ के किरदार को अपनी जिंदगी के सबसे चुनौतीपूर्ण किरदारों में से एक बताया। उन्होंने बताया कि इस किरदार के लिए उन्हें बहुत सी तैयारियां करनी पड़ीं और इसके साथ ही यह किरदार निभाने की जिम्मेदारी ने उन्हें घबराहट भी दी। विक्की ने कहा, “मेरे माता-पिता ने मुझे 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सैम मानेकशॉ की भूमिका के बारे में कई कहानियां सुनाई थीं। उनके निर्देशों का इंतजार करने का अनुभव और उस समय की स्थिति की गंभीरता ने मुझे इस किरदार को बहुत गहराई से समझने का मौका दिया। इसे पर्दे पर निभाने का मौका मिलना मेरे लिए एक बड़ी जिम्मेदारी थी।”
माया मानेकशॉ ने विक्की कौशल का किया मैसेज
फिल्म की रिलीज के बाद, सैम मानेकशॉ की बेटी माया मानेकशॉ ने विक्की कौशल से एक दिलचस्प बातचीत की। बॉलीवुड लाइफ को दिए एक इंटरव्यू में विक्की ने खुलासा किया कि माया मानेकशॉ ने उनकी फिल्म बैड न्यूज का गाना ‘तौबा तौबा’ देखने के बाद उन्हें मैसेज किया। माया ने विक्की से पूछा, “यह लड़का कौन है?” इस पर विक्की ने कन्फ्यूज होकर जवाब दिया, और माया ने मजाक में कहा, “पांच महीने पहले, आपने मुझे विश्वास दिलाया कि आप मेरे पिता हैं, अब आप ऐसा नहीं कर सकते।” विक्की ने इस बातचीत को एक बड़ी तारीफ के रूप में लिया और इसे अपने करियर का एक महत्वपूर्ण अनुभव बताया।