KNEWS DESK – बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन का जीवन संघर्षों और प्रेरणाओं से भरा हुआ है। उनकी कहानी यह साबित करती है कि कठिन परिस्थितियों में भी दृढ़ इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत के साथ सफलता पाई जा सकती है। हाल ही में साउथ सुपरस्टार रजनीकांत ने अमिताभ बच्चन की जिंदगी के उस कठिन दौर के बारे में बात की जब वह दिवालिया हो गए थे।
अमिताभ बच्चन का दिवालिया होने का दौर
यह बात तब की है जब अमिताभ बच्चन ने अपने अभिनय करियर से आगे बढ़ते हुए अपनी खुद की कंपनी एबीसीएल लॉन्च की थी। हालांकि, यह कंपनी सफल नहीं हो सकी और उन्हें भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा। रजनीकांत ने बताया कि इस आर्थिक संकट के कारण अमिताभ को अपना जुहू वाला घर और कई अन्य संपत्तियां बेचनी पड़ीं। यहां तक कि एक समय ऐसा भी आया जब उनके पास अपने ड्राइवर को वेतन देने के लिए पैसे नहीं थे।
यश चोपड़ा से मांगा काम
रजनीकांत ने उस दौर का एक और दिल छू लेने वाला किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया कि अमिताभ बच्चन उस समय मंकी कैप पहनकर अपने दोस्त और मशहूर फिल्म निर्माता यश चोपड़ा के घर गए और उनसे काम मांगा। अमिताभ की मेहनत और समर्पण ने उन्हें जल्द ही सफलता दिलाई, जब उन्हें फिल्म ‘मोहब्बतें’ और शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) में काम करने का मौका मिला। इन दोनों प्रोजेक्ट्स ने उनके करियर को फिर से ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
संघर्ष से मिली नई पहचान
अमिताभ बच्चन ने उस कठिन समय में हर तरह के ऐड किए और लगातार 18 घंटे तक काम किया, भले ही उनकी सेहत भी ठीक नहीं थी। उन्होंने अपनी सारी देनदारियों का भुगतान किया और धीरे-धीरे अपने पुराने घर को वापस खरीदा। रजनीकांत ने बताया कि अमिताभ ने उस गली में तीन घर खरीदे और फिर से आर्थिक स्थिरता प्राप्त की। आज, 82 साल की उम्र में भी अमिताभ बच्चन रोज़ाना 10 घंटे काम करते हैं, जो उनके अदम्य साहस और समर्पण का प्रतीक है।