KNEWS DESK – बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र कानूनी मुश्किलों में घिर गए हैं। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने धर्मेंद्र समेत दो अन्य लोगों को धोखाधड़ी के एक मामले में समन जारी किया है। यह मामला उनकी लोकप्रिय फ्रेंचाइजी ‘गरम धरम ढाबा’ से जुड़ा है।
क्या है मामला?
दिल्ली के बिजनेसमैन सुशील कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें गरम धरम ढाबा फ्रेंचाइजी के नाम पर निवेश करने के लिए गुमराह किया गया। शिकायत के अनुसार, धर्मेंद्र और उनकी टीम ने 2018 में सुशील कुमार से संपर्क किया और उन्हें नेशनल हाईवे-24 पर फ्रेंचाइजी खोलने का प्रस्ताव दिया। इसके तहत दावा किया गया कि ढाबा मुरथल और कनॉट प्लेस के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट्स जैसा सफल होगा।
निवेश और धोखाधड़ी का आरोप
शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्हें बताया गया था कि फ्रेंचाइजी के लिए 41 लाख रुपये का निवेश करना होगा और 7% का मासिक मुनाफा मिलेगा। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कई मीटिंग हुईं। सुशील कुमार ने आरोप लगाया कि उनसे कुल 63 लाख रुपये की राशि ली गई और जमीन खरीदने की बात कही गई। उन्होंने उत्तर प्रदेश के गजरौला में जमीन भी खरीद ली, लेकिन इसके बाद संपर्क बंद हो गया।
कोर्ट का आदेश
जांच के बाद, न्यायिक मजिस्ट्रेट यशदीप चहल ने पाया कि मामले में आरोपी पक्ष ने शिकायतकर्ता को प्रभावित किया और उन्हें धोखे में रखा। कोर्ट ने IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120B (आपराधिक साजिश), और 34 (सामूहिक जिम्मेदारी) के तहत धर्मेंद्र और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है।
अभिनेता धर्मेंद्र की प्रतिक्रिया का इंतजार
अब तक, धर्मेंद्र की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस विवाद पर क्या रुख अपनाते हैं।
2018 से लंबित मामला
यह मामला 2018 का है, जो अब सामने आया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से निवेश किया और इस धोखाधड़ी के कारण आर्थिक संकट में आ गए।
फ्रेंचाइजी मॉडल पर सवाल
गरम धरम ढाबा का यह विवाद न केवल धर्मेंद्र की प्रतिष्ठा पर असर डाल सकता है, बल्कि फ्रेंचाइजी मॉडल की पारदर्शिता और व्यावसायिक नैतिकता पर भी सवाल खड़े करता है।