KNEWS DESK- उत्तर पश्चिमी दिशा से आई बर्फीली हवाओं ने उत्तर भारत में ठंड को और बढ़ा दिया। मौसम विभाग के मुताबिक, फिलहाल सर्दी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है और आगामी दिनों में ठंड में और इजाफा होने की संभावना जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग ने जानकारी दी कि अगले एक हफ्ते के भीतर दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी होगी। हिमाचल प्रदेश में 7 जनवरी तक बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, पंजाब के 12 जिलों में 3 दिनों के लिए बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है, जिससे आने वाले दिनों में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
अगले दो दिन घना कोहरा और शीत दिवस की संभावना
उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के कई इलाकों में अगले दो दिनों तक घना कोहरा और शीत दिवस की स्थिति बनी रहने की संभावना है। इसके बाद, मौसम में सुधार होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, 4 जनवरी की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसके चलते उत्तर-पश्चिम भारत के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। 2 और 3 जनवरी को पश्चिमी हिमालयी इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जबकि 4 और 5 जनवरी को बारिश और बर्फबारी की तीव्रता में बढ़ोतरी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में 2 से 7 जनवरी तक बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। 5 और 6 जनवरी को अधिकांश क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहने के कारण बारिश और बर्फबारी की तीव्रता अधिक रहने का अनुमान है। इस दौरान तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है, जबकि मैदानी जिलों में कोहरा छाया रह सकता है। हालांकि, 1 जनवरी को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहा और तापमान में मंगलवार के मुकाबले 3 से 4 डिग्री की बढ़ोतरी देखने को मिली।
आगे के दिन और बढ़ेगा ठंड का सितम
मौसम विभाग का कहना है कि ठंड के इस सितम से अगले कुछ दिनों तक राहत मिलने की संभावना कम है। खासकर हिमाचल प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में सर्दी का असर जारी रहेगा। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे ठंड से बचने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतें, खासकर कोहरे और बर्फबारी के दौरान सड़क यात्रा करते समय। इस बीच, मौसम के इस बदलाव ने उत्तर भारत में सर्दी का असर बढ़ा दिया है, और आने वाले दिनों में इस बदलाव से जुड़ी चुनौतियाँ और अधिक बढ़ सकती हैं।