बुलडोजर कल्चर पर डॉ. यादव का रुख
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मुझे बुलडोजर संस्कृति पसंद नहीं। यह हमारे सिस्टम का एक ऐसा हिस्सा है, जिस पर गंभीरता से विचार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कानून के दायरे में रहते हुए सभी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करती है, चाहे वे किसी भी धर्म का पालन करते हों। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बुलडोजर कल्चर की शुरुआत कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की थी।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि छतरपुर में जिस दिन समाज विशेष के नेता का घर गिराया गया, उसी दिन छिंदवाड़ा में एक हिंदू के अवैध निर्माण पर भी बुलडोजर चलाया गया। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने किसी की जमीन पर अवैध निर्माण किया है, तो हमें कार्रवाई करनी पड़ेगी, चाहे वह किसी भी धर्म का व्यक्ति हो।
यूसीसी को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर राज्य की इच्छा को स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार यूसीसी को लागू करने में जल्दबाजी नहीं करेगी और इसे समय आने पर ही लागू किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर राज्य की अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं, और इसे ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाएगा।
बीजेपी और विपक्ष की स्थिति
हाल ही में, बीजेपी शासित प्रदेशों में बुलडोजर के इस्तेमाल को विपक्ष ने मानवाधिकारों का उल्लंघन और कानून के खिलाफ आरोपित किया है। विपक्ष का कहना है कि इस प्रक्रिया का इस्तेमाल मुख्य रूप से अल्पसंख्यकों के खिलाफ किया जाता है और इसके परिणामस्वरूप मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिसंबर 2022 में यूसीसी को लागू करने का समय आ चुका है, ऐसा बयान दिया था और इसके लिए एक पैनल गठित करने की घोषणा की थी। डॉ. मोहन यादव के हालिया बयान से यह स्पष्ट हो जाता है कि उनकी सरकार ‘बुलडोजर कल्चर’ और यूसीसी को लेकर एक संतुलित और विचारशील दृष्टिकोण अपनाना चाहती है, और इन मुद्दों पर आगे की योजनाओं के साथ सतर्कता बरतने का संकेत देती है।
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