KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। गुरुवार को आम आदमी पार्टी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उसने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। पार्टी ने दावा किया कि कांग्रेस दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है और उसके उम्मीदवारों की सूची बीजेपी के ऑफिस में तैयार हुई है।
आप का कांग्रेस पर आरोप, बीजेपी से मिलीभगत
आप के सांसद संजय सिंह और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी के प्रत्याशियों का प्रचार बीजेपी के पैसे से हो रहा है। आतिशी ने कहा, “कांग्रेस के उम्मीदवारों को बीजेपी से करोड़ों का फंड आ रहा है। संदीप दीक्षित और फरहाद सूरी के नामों पर ध्यान दें, इनका प्रचार बीजेपी ही करवा रही है।”
आतिशी ने यह भी सवाल उठाया कि अगर आप एंटी नेशनल हैं, तो क्यों कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल से प्रचार करवाया और क्यों कांग्रेस ने आप के साथ गठबंधन किया। उन्होंने कांग्रेस से मांग की कि वह अपने केंद्रीय नेतृत्व अजय माकन पर कार्रवाई करे और उनके खिलाफ दर्ज केस वापस ले। आतिशी ने चेतावनी दी, “अगर ऐसा नहीं हुआ, तो हम इंडिया गठबंधन के दलों से इस मुद्दे पर बात करेंगे।”
संजय सिंह का तीखा आरोप
संजय सिंह ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने विशेष रूप से अजय माकन का नाम लिया, जिनके बारे में उनका आरोप था कि वह बीजेपी के इशारे पर आम आदमी पार्टी पर हमलावर होते हैं। संजय सिंह ने कहा, “अजय माकन ने कभी बीजेपी के किसी नेता को एंटी नेशनल नहीं कहा, लेकिन कल उन्होंने केजरीवाल को एंटी नेशनल कह दिया। कांग्रेस के इस रवैये को लेकर हमें गंभीर सवाल उठाने चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से बाहर किया जाना चाहिए, क्योंकि पार्टी का रवैया बीजेपी को फायदा पहुंचाने जैसा है। संजय सिंह ने इस मामले में अजय माकन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और कहा कि कांग्रेस को साफ करना होगा कि वह बीजेपी के साथ साठगांठ कर रही है या नहीं।
आप के खिलाफ श्वेतपत्र जारी किया
इसी बीच, कांग्रेस ने बुधवार को आप के खिलाफ श्वेतपत्र जारी किया, जिसमें दिल्ली में अपराध, महिला अत्याचार, प्रदूषण और अन्य मुद्दों पर गंभीर आरोप लगाए गए। कांग्रेस ने कहा कि दिल्ली में अपराध, अपहरण और महिला अत्याचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि 99 प्रतिशत महिला और बाल अपराध के मामले लंबित हैं, और प्रदूषण के कारण 3 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने दिल्ली को नफरत का बाजार बना दिया है और 2020 में हुए दंगों में 53 लोगों की मौत के जिम्मेदार हैं। श्वेतपत्र में यह भी कहा गया कि केजरीवाल दलित आरक्षण के खिलाफ हैं और दिल्ली में दलित अत्याचारों में चार गुना वृद्धि हुई है।