KNEWS DESK- देश में कृषि के बाद क्राफ्ट युवाओं को रोजगार देने का सबसे बड़ा साधन बन रहा है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर युवतियां भी बड़ी संख्या में अपना करिअर बना सकती हैं। विश्वविद्यालय स्तर पर क्राफ्ट को बढ़ावा देने दिए जाने के लिए तेज़ी से काम करना जरूरी है। यह विचार शनिवार यानी आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने व्यक्त किए। वे शनिवार को लाजपत भवन लॉन में लगे क्राफ्ट बाजार में शिरकत करने शहर आईं थीं।
♦आज कानपुर आईं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
♦मोती झील स्थित लाजपत भवन में लगे क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी में हुईं शामिल
♦क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी का कल नंद गोपाल नंदी ने किया था उद्घाटन
♦26 जनवरी से 30 जनवरी तक लगी है क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी#CraftrootsExhibition#Kanpur… pic.twitter.com/45I6gQ3udc
— Knews (@Knewsindia) January 27, 2024
शहर की महापौर प्रमिला पांडे ने उनका पुष्प देकर स्वागत किया। समारोह के दौरान उद्योगपति अभिषेक सिंघानिया, बलराम नरूला के साथ सीएसजेएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक भी मौजूद रहे। समारोह के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि क्राफ्ट में रोजगार की आपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआती दिनों से ही देश की अन्य महिलाओं की तरह मैं भी क्राफ्ट से जुड़ी हुईं थीं। उसे वक्त यह क्राफ्ट सिर्फ घर के कपड़ों को सील जाने तक सीमित था। बाद में जब मैं सामाजिक क्षेत्र में आई तब देखा कि हमारे देश में बहुत हुनर है। एक समय था जब हस्तशिल्प से जुड़े हुए कारीगरों का यह कहना था कि हमारे देश में क्राफ्ट खत्म हो रहा है।
देश में कई ऐसे हस्तशिल्पी परिवार भी थे जिनके परिवार की युवा पीढ़ी इससे जुड़ना नहीं चाहती थी। आज तमाम योजनाओं के साथ जुड़कर युवा पीढ़ी भी क्राफ्ट में अपना भविष्य देख रही है। विदेश में तेजी से मांग बढ़ने की वजह से क्राफ्ट का दायरा भी बहुत तेजी से बढ़ा है।
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