KNEWS DESK – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार सुबह बलरामपुर के तुलसीपुर स्थित देवी पाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी का पूजन किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित गौशाला का निरीक्षण किया और वहां गौसेवा भी की। मुख्यमंत्री ने मंदिर के महंत से गौशाला की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली और सुनिश्चित किया कि वहां की देखभाल और सेवा में कोई कमी न हो।
गौशाला का निरीक्षण किया
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार की सुबह बलरामपुर के तुलसीपुर स्थित देवी पाटन मंदिर में मां पाटेश्वरी का पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित गौशाला का निरीक्षण भी किया और गौसेवा की। उन्होंने गोशाला की व्यवस्था के बारे में मंदिर के महंत से जानकारी ली और वहां की स्थिति का जायजा लिया। इससे पहले भी बुधवार को जब यूपी उपचुनाव के मतदान के दिन वह अयोध्या में थे, तब भी उन्होंने वहां दर्शन-पूजन किया था, और बाद में शाम को बलरामपुर पहुंचे।
सनातन धर्म को लेकर मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान सनातन धर्म के महत्व पर भी जोर दिया। देवीपाटन मंदिर में ब्रह्मलीन महंत महेंद्रनाथ की पुण्यतिथि पर आयोजित रामकथा में उन्होंने कहा कि सनातन धर्म भारत का प्राण है, और भारत की आत्मा भी है। उन्होंने कहा, “भारत का आधार सनातन धर्म है, इसके बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। अगर सनातन धर्म कमजोर होगा, तो भारत कमजोर होगा।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “सनातन धर्म पर आघात होने से यह आघात भारतवासियों पर पड़ेगा और भारत कमजोर होगा, जिससे विश्व में मानवता के खिलाफ संकट खड़ा होगा। ऐसे में हमें मिलकर सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए प्रयास करना चाहिए, यह हर किसी की जिम्मेदारी है।”
संस्कार और एकता की बातें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि सनातन धर्म किसी भी भाषा या क्षेत्र से दूरी नहीं बनाता, बल्कि यह सर्वे भवन्तु सुखिनः और सर्वे सन्तु निरामया के सिद्धांत को साकार करता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म हमें एक साथ सोचने, एक साथ बोलने और एक साथ चलने की प्रेरणा देता है। ऐसे में हमें अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए सनातन धर्म के मार्ग में आने वाली किसी भी बाधा को समय रहते पहचानकर उसका समाधान करना होगा।